किंगफिशर ने नहीं सौंपी पुनरुद्धार योजना
नई दिल्ली। किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों की बदहाली के लिए सरकार ने कंपनी के प्रमोटर विजय माल्या को जिम्मेदार ठहराया है। विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा है कि वेतन नहीं मिलने से कर्मचारियों में असंतोष है। इसके बावजूद माल्या ने अब तक एयरलाइन के पुनरुद्धार की कोई योजना नहीं सौंपी है। एक दिन पहले बुधवार को कर्मचारियों से सरकार से माल्या के खिलाफ कार्रवाई की अपील की थी।
नई दिल्ली। किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों की बदहाली के लिए सरकार ने कंपनी के प्रमोटर विजय माल्या को जिम्मेदार ठहराया है। विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा है कि वेतन नहीं मिलने से कर्मचारियों में असंतोष है। इसके बावजूद माल्या ने अब तक एयरलाइन के पुनरुद्धार की कोई योजना नहीं सौंपी है। एक दिन पहले बुधवार को कर्मचारियों से सरकार से माल्या के खिलाफ कार्रवाई की अपील की थी।
विमानन मंत्री ने कहा कि कंपनी को डीजीसीए को इस बात से संतुष्ट करना है कि वह सुरक्षित और नियमित परिचालन कर सकती है। इसके लिए उन्हें वित्तीय रूप से व्यवहार्य योजना सौंपनी होगी। किंगफिशर ने अब तक जो योजना सौंपी है वह ठोस नहीं है। इसमें इस बात का पूरा ब्योरा नहीं है कि परिचालन के लिए कंपनी धन कहां से जुटाएगी। इसलिए डीजीसीए इसे खारिज कर चुका है। अजित ने कहा कि वेतन नहीं मिलने के कारण कंपनी के बेहद अनुभवी कर्मचारी दुखी हैं। कई कर्मचारी पहले ही कंपनी छोड़ चुके हैं।
कर्मचारियों ने इंडियन प्रीमियर लीग मैचों में माल्या की टीम रॉयल चैलेंजर बेंगलूर [आरसीबी] के खिलाफ प्रदर्शन करने की धमकी दी है। इस मसले पर सरकार के हस्तक्षेप की संभावना के सवाल पर सिंह ने कहा कि इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है। कर्मचारियों और अन्य लेनदारों का बकाया चुकाने में असफल रहने के कारण कंपनी का लाइसेंस स्थगित किया गया था। 31 दिसंबर को कंपनी के लाइसेंस की अवधि भी समाप्त हो गई। लाइसेंस का नवीनीकरण कराने के लिए कंपनी के पास दो साल का समय है।