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Petrol Diesel Price: जारी हो गए पेट्रोल-डीजल के दाम, जानिए अपने शहर का भाव

पेट्रोल डीजल के बदले हुए दाम जानने के लिए कोई भी इसे इंडियन ऑयल की वेबसाइट से पता कर सकता है। इसके लिए आपको आपको RSP के साथ अपने शहर का कोड टाइप कर 9224992249 नंबर पर SMS भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग होता है।

By NiteshEdited By: Published: Tue, 06 Jul 2021 07:33 AM (IST)Updated: Tue, 06 Jul 2021 07:33 AM (IST)
Petrol Diesel Price: जारी हो गए पेट्रोल-डीजल के दाम, जानिए अपने शहर का भाव
मुंबई में आज पेट्रोल 105.92 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। मंगलवार यानी 6 जुलाई को पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ। कल घरेलू बाजार में सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमतें 31 से 39 पैसे प्रति लीटर तक बढ़ा दी थी। जबकि डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया था। आज दिल्ली में पेट्रोल 99.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.36 रुपये प्रति लीटर पर बना रहा। कल राजस्थान के गंगानगर में पेट्रोल 111.14 रुपये प्रति लीटर और डीजल 102.60 रुपये प्रति लीटर के भाव बिक रहा था।

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बाकी महानगरों के क्या हैं दाम

मुंबई में आज पेट्रोल 105.92 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है। जबकि डीजल की कीमत 96.91 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल 99.84 और डीजल 92.27 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा है। चेन्नई में पेट्रोल के दाम बढ़ने के बाद 100.75 रुपये प्रति लीटर हो गया है जबकि डीजल 93.91 रुपये प्रति लीटर पर टिका है।

बाकी शहर में क्या है तेल का दाम

देश के अन्य शहर लखनऊ में पेट्रोल 96.99 रुपये और डीजल 89.75 रुपये प्रति लीटर है। चंडीगढ़ में पेट्रोल 96.03 रुपये लीटर और डीजल 89.00 रुपये लीटर है। पटना में पेट्रोल 102.01 रुपये और डीजल 94.76 रुपये प्रति लीटर है। रांची में पेट्रोल 95.16 और डीजल 94.31 रुपये प्रति लीटर है।

पेट्रोल डीजल के बदले हुए दाम जानने के लिए कोई भी इसे इंडियन ऑयल की वेबसाइट से पता कर सकता है। इसके लिए आपको आपको RSP के साथ अपने शहर का कोड टाइप कर 9224992249 नंबर पर SMS भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग होता है।

गौरतलब है कि कच्चे तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक प्लस की बैठक में कोई ठोस फैसला नहीं हो पाया। इससे कच्चे तेल के बाजार में नकारात्मक संदेश गया और इसके दाम बढ़ गए। ओपेक प्लस की बैठक में अगस्त से अक्टूबर की तिमाही के दौरान कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने को लेकर भी कोई सहमति नहीं बन पाई। देश अपनी जरूरत का 89 फीसद कच्चे तेल का आयात करता है।


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