नितिन गडकरी ने इंडिया इंक से कहा, जल्द हो MSME के बकाये का भुगतान, फिक्की से बोले, संकट के इस समय को मौके में बदलें
उन्होंने कहा कि विश्व की अर्थव्यवस्था अभी संकट में है। लिहाजा अभी इन कठिनाइयों में फायदा उठाना पड़ेगा तभी हम चीन जैसी अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ सकते हैं
नई दिल्ली, एजेंसी, बिजनेस डेस्क। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को इंडिया इंक से कहा कि वह इस क्षेत्र में संकट को कम करने और बाजार में नकदी बढ़ाने के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों का बकाया भुगतान जल्द से जल्द पूरा करे।
उन्होंने कहा कि विश्व की अर्थव्यवस्था अभी संकट में है। लिहाजा अभी इन कठिनाइयों में फायदा उठाना पड़ेगा, तभी हम चीन जैसी अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ सकते हैं। फिक्की के सीनियर इंडस्ट्री मेंबर को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि धीरे-धीरे रोजगार बढ़ाने पड़ेंगे। प्रधानमंत्री मोदी कोरोना के बाद रोजगार और विकास को बढ़ाने के मसले पर विचार कर रहे हैं। इस पर 12 सेक्रेटरी का एक ग्रुप विचार कर रहा है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फिक्की के सीनियर मेंबर को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि मुंबई-दिल्ली हाईवे का विकास किया जा रहा है। इसका इंडस्ट्री के मेंबर फायदा उठा सकते हैं। नितिन गडकरी के मुताबिक यह हाईवे आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों से निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बावत 16000 करोड़ का भूमि अधिग्रहण हो चुका है।
इंडस्ट्री से उन्होंने कहा कि इस हाइवे के आस पास सस्ता श्रम मिल सकता है, लैंड कॉस्ट कम है। जिसकी वजह से इंडस्ट्री को कैपिटल कॉस्ट भी कम होगा।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में रॉ मैटेरियल की भी प्रचुर संभावना है। भविष्य में इस रोड को कांडला पोर्ट और रेलवे लाइन से भी आगे जोड़ा जा सकता है।
उन्होंने फिक्की के वरिष्ठ सदस्यों से अपील की इसमें बैंकिंग सेंटर का सहयोग लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार आपकी है, सरकारी बैंक आपका है। आप सभी मिलकर उपाय सोच सकते हैं। क्षेत्र में बड़े पैमाने पर लॉजिस्टिक पार्क लगाया जा सकता है। प्राइवेट सेक्टर अगर सरकार के साथ मिलकर आगे आए तो यह काम आसानी से हो सकता है।
जूता इंडस्ट्री का उदाहरण देते हुये गडकरी ने कहा कि देश में यह उद्योग 1 लाख 45 हजार करोड़ का है। इस से निर्यात की काफी संभावना है। अगर इंडस्ट्री के लोग आगे आये तो हाई वे के आसपास लॉजिस्टिक पार्क का विकास किया जा सकता है।