अरविंद पनगढ़िया ने की आरबीआई की तारीफ, कहा बैंक अधिकारियों के कारण बढ़ा नकदी का संकट
अरविंद पनगढ़िया का मानना है कि देश में नोटबंदी का संकट बैंक अधिकारियों के कारण बढ़ा है
नई दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया का कहना है कि देश में नोटबंदी का संकट बैंक अधिकारियों के कारण से बढ़ा है। नोटबंदी को योजना के मुताबिक लागू नहीं हो पाने के पीछे बैंक अधिकारियों की भूमिका थी। इन अधिकारियों ने अपनी भूमिका को उस तरीके से नहीं निभाया, जिस तरीके से उन्हें निभानी चाहिए थी। साथ ही यह इतने बड़े पैमाने पर हुआ, जो कि प्रत्याशित नहीं था।
इसके बाद उन्होंने 500 और 1,000 रुपये को बैन करने के फैसले का यह कहते हुए बचाव किया कि यह काले धन से लड़ने और करेंसी के डिजिटाइजेशन से जोड़ने के लिए किया गया। अरविंद पनगढ़िया ने यह भी कहा कि इसने बेहद मजबूत संकेत गया था कि सरकार काले धन से लड़ने को लेकर प्रतिबद्ध है। यह बात उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय में आयोजित भारत की आर्थिक नीति और प्रदर्शन व्याख्यान के बाद विद्यार्थियों के सवालों का जवाब देते हुए कही।
उन्होंने बताया कि यह एक बड़े स्तर की कार्रवाई थी, जो लोग आरबीआई की आलोचना कर रहे हैं, वे यह नहीं समझ पा रहे हैं कि देश में नोटबंदी लागू करना कितना बड़ा काम था। उन्होंने आरबीआई की प्रशंसा करते हुए कहा कि आरबीआई ने नवंबर में वैश्विक स्तर पर दो बड़ी घटनाओं के बावजूद रुपये की विनिमय दर स्थिर रखने में सफलता पाई है। ये दो बड़ी घटनाएं ब्रेक्सिट और डोनाल्ड ट्रंप का राष्ट्रपति चुना जाना है। इन दोनों घटनाओं ने ज्यादातर विकासशील देशों पर उल्टा प्रभाव डाला है।