देश में ही छोटी कारें बनाएगी निसान
बजट में आयातित कारों और महंगी मोटर साइकिलों पर सीमा शुल्क बढ़ाए जाने का असर साफ नजर आने लगा है। विदेशी कंपनियां देश में निवेश बढ़ाने की घोषणा करने लगी हैं। हार्ले डेविडसन के बाद अब निसान ने इसकी घोषणा की है। कंपनी ने छोटी कारों के निर्माण के लिए देश में एक संयंत्र लगाने का एलान किया है
चेन्नई/नई दिल्ली। बजट में आयातित कारों और महंगी मोटर साइकिलों पर सीमा शुल्क बढ़ाए जाने का असर साफ नजर आने लगा है। विदेशी कंपनियां देश में निवेश बढ़ाने की घोषणा करने लगी हैं। हार्ले डेविडसन के बाद अब निसान ने इसकी घोषणा की है। कंपनी ने छोटी कारों के निर्माण के लिए देश में एक संयंत्र लगाने का एलान किया है।
कंपनी की भारतीय इकाई के एमडी और सीईओ तकायुकी इशीदा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए शोध किया जा रहा है। इशीदा ने बताया कि यह प्लांट चेन्नई में भी हो सकता है। इस प्लांट में डेटसन रेंज की छोटी कारें बनाई जाएंगी। डेटसन ब्रांड की कारों की कीमत कंपनी चार लाख से कम रखकर 10 फीसद बाजार हिस्सेदारी हासिल करना चाहती है। फिलहाल नए प्लांट के मामले को निसान का हेड क्वार्टर देख रहा है। रिपोर्ट पूरी हो जाने के बाद भारतीय इकाई के पास निर्देश आएंगे। पिछले महीने ही खबर आई थी कि फ्रांस और जापान की रेनॉ-निसान भारत में दूसरे प्लांट पर 32 करोड़ डॉलर खर्च करेगी। निसान पहले भी कह चुकी है कि कंपनी भारत में 10 मॉडल उतारना चाहती है। इशीदा ने बताया कि रेनॉ के साथ संयुक्त उपक्रम वाले प्लांट की क्षमता बढ़ाने पर अगले वित्तीय वर्ष में विचार किया जाएगा।
दोनों कंपनियों ने 4,500 करोड़ रुपये की लागत से चेन्नई के पास ओरेगदम में प्लांट तैयार किया है। निसान की इसमें 70 फीसद हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा कि एसयूवी पर उत्पाद शुल्क बढ़ाने से कंपनी पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। हमारी ज्यादातर कारें 1,500 सीसी से कम क्षमता वाली हैं। निसान भारत में 370जी, इवालिया, माइक्रा और सनी बेचती है। इशीदा ने इस वित्त वर्ष में बिक्री बढ़ने की उम्मीद जताई।
इसी महीने आएगी महिंद्रा रेवा
महिंद्रा रेवा ने अपनी इलेक्ट्रिक कार ई2ओ को इसी महीने बाजार में उतारने का फैसला किया है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष [ऑटोमोटिव] पवन गोयनका ने बताया कि इस कार में नई पीढ़ी की लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल किया गया है, जिसे पूरा चार्ज करने के बाद 100 किमी का सफर तय किया जा सकेगा। शहरी इलाकों के लिए यह कार बेहतर विकल्प साबित होगी। इसे पिछले साल जनवरी में हुए ऑटो शो में प्रदर्शित किया गया था।
ऑडी की बिक्री बढ़ी
जर्मनी की लग्जरी कार निर्माता कंपनी ऑडी की घरेलू बिक्री में फरवरी के दौरान 29 फीसद का उछाल आया है। कंपनी ने इस दौरान 775 कारें बेचीं, जबकि पिछले वर्ष के समान महीने में कंपनी ने 600 कारें बेची थीं। ऑडी इंडिया के प्रमुख माइकल पर्शे ने बताया कि क्यू3, क्यू5 और क्यू7 की बढ़ी बिक्री से फायदा पहुंचा। हालांकि, उन्होंने आशंका जताई कि बजट घोषणाओं से भविष्य में बिक्री कम हो सकती है।
जेएलआर ब्रिटेन में बढ़ाएगी निवेश
टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली जगुआर लैंडरोवर [जेएलआर] ब्रिटेन में इंजन प्लांट पर निवेश में 40 फीसद का इजाफा करेगी। अब कंपनी इस प्लांट पर लगभग 4,100 करोड़ रुपये खर्च करेगी। कंपनी ने बताया कि अगले वित्त वर्ष के दौरान नए उत्पादों के विकास और पुरानों को नया जीवन देने पर 23 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।