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नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या जैसे भगोड़ों से 13,109.17 करोड़ की रिकवरी, साढ़े पांच लाख करोड़ के NPA भी वसूले

देश के बैंकों से हजारों करोड़ रुपए की धोखाधड़ी कर के विदेश भागने वाले हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) और शराब कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya) जैसे डिफाल्‍टरों से 13109.17 करोड़ रुपये की रिकवरी की जा चुकी है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 20 Dec 2021 08:01 PM (IST)Updated: Tue, 21 Dec 2021 01:48 AM (IST)
नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या जैसे भगोड़ों से 13,109.17 करोड़ की रिकवरी, साढ़े पांच लाख करोड़ के NPA भी वसूले
नीरव मोदी और शराब कारोबारी विजय माल्या जैसे भगोड़ों से 13,109.17 करोड़ रुपये की रिकवरी की जा चुकी है।

नई दिल्‍ली, पीटीआइ। देश के बैंकों से हजारों करोड़ रुपए की धोखाधड़ी कर के विदेश भागने वाले हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi), मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) और शराब कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya) जैसे डिफाल्‍टरों से 13,109.17 करोड़ रुपये की रिकवरी की जा चुकी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने लोकसभा में सोमवार को बताया कि इन डिफाल्टरों की संपंतियों को बेचकर बैंकों ने यह रकम वसूल की है।

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निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि बैंकों ने नीरव मोदी, विजय माल्या जैसे डिफाल्‍टरों की संपत्तियां बेचकर 13,109 करोड़ रुपये वसूल किए हैं। यही नहीं सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने पिछले सात वर्ष में 5.49 लाख करोड़ रुपए वसूले हैं। लोकसभा ने वर्ष 2021-22 की पूरक अनुदान मांगों के दूसरे बैच पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि देश के बैंक सुरक्षित हैं और उनमें जमा पैसे भी महफूज हैं। सरकार अर्थव्यवस्था से जुड़े बड़े विषयों पर गौर कर रही है।

समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले सात वित्त वर्षों में सरकारी बैंकों ने फंसे कर्ज (एनपीए) में से 5.49 लाख करोड़ रुपये की वसूली कर ली है। इसकी मुख्य वजह यह है कि सरकार ने एनपीए घटाने तथा वसूली बढ़ाने के प्रभावी तरीके अपनाने संबंधी कई कदम उठाए हैं। लोकसभा में वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। हालांकि उन्होंने बताया कि एनपीए वसूली दर के बारे में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) द्वारा दी जानकारी के अनुसार बैंकिंग उद्योग में एनपीए वसूली दर की कोई औपचारिक निर्धारित परिभाषा नहीं गढ़ी गई है।

कराड ने कहा कि एनपीए घटाने के लिए सरकार ने प्रभावी उपाय किए हैं। इसी का नतीजा है कि पिछले सात वित्त वर्षों में सरकारी बैंकों ने एनपीए मद के 5,49,327 करोड़ रुपये वसूले हैं। वैसे, आरबीआइ ने यह जरूर बताया है कि वित्त वर्ष 2019-20 के अंत में सरकारी बैंकों के कुल एनपीए के मुकाबले रिकवरी की दर 14.69 प्रतिशत, वित्त वर्ष 2018-19 में 13.52 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2017-18 में 11.33 प्रतिशत रही थी।

पैन कार्ड से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि कुछ मामलों में लोगों को एक से अधिक पैन कार्ड जारी किए गए हैं लेकिन इनमें से सभी डुप्लीकेट पैन कार्ड अमान्य कर दिए गए हैं। अब तक ऐसे 12,12,527 पैन कार्ड को अमान्य कर दिया गया था। हालांकि इनमें वे कार्ड शामिल नहीं हैं जिन्हें बाद में फिर से सक्रिय कराया गया है। 


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