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Nirmala Sitharaman press conference: लिक्विडिटी की नहीं है कोई दिक्कत, बढ़ रही लोन की डिमांड, जानिए खास बातें

बैठक के बाद वित्त मंत्री ने कहा कि लिक्विडिटी की कहीं कोई दिक्कत नहीं है और ग्रामीण इलाकों में लोन की भारी डिमांड है।

By NiteshEdited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 08:14 PM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2019 07:46 AM (IST)
Nirmala Sitharaman press conference: लिक्विडिटी की नहीं है कोई दिक्कत, बढ़ रही लोन की डिमांड, जानिए खास बातें
Nirmala Sitharaman press conference: लिक्विडिटी की नहीं है कोई दिक्कत, बढ़ रही लोन की डिमांड, जानिए खास बातें

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को प्राइवेट सेक्टर बैंक्स, एनबीएफसी, और हाउसिंग फाइनेंस कंपनीज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री ने कहा कि लिक्विडिटी की कहीं कोई दिक्कत नहीं है और ग्रामीण इलाकों में लोन की भारी डिमांड है। वित्त मंत्री ने कहा कि लोन देने के मामलों में प्राइवेट सेक्टर के बैंकों को आगे आना चाहिए। क्योंकि ग्रामीण इलाकों में लोन की काफी मांग है। उन्होंने कहा कि लोन मेले में प्राइवेट बैंकों को बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के साथ बैठक के बाद वित्त सचिव राजीव कुमार ने कहा- त्योहारों का मौसम आ रहा है, इसलिए हम सभी ने आउटरीच कार्यक्रम में शामिल होने और विभिन्न जिलों में अपने प्रयासों को बढ़ाने का फैसला किया है।

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वित्त सचिव ने कहा कि 400 जिलों में एक आउटरीच कार्यक्रम होगा। इस आउटरीच कार्यक्रम में अनिवार्य रूप से जिलों में जाना है और यह बताना है कि बैंकों के पास पर्याप्त लिक्विडिटी है।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार त्योहारी सीजन को देखते हुए लोगों को आसानी से कर्ज उपलब्ध कराने के लिए शुरुआत में देशभर के 250 जिलों में 3 से 7 अक्टूबर तक 'लोन मेले' का आयोजन करने जा रही है। पिछले दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोन मेला लगाने की घोषण की थी। लोन मेले में खुदरा, कृषि और MSME और आवास एवं अन्य क्षेत्रों के लिए जरूरमंदों को आसानी से कर्ज उपलब्ध कराए जाएंगे। सर्विस सेक्टर को लेकर सीतारमण ने कहा कि यहां क्रेडिट की सबसे अधिक जरूरत है और चूंकि यह 50 फीसद से अधिक है, ऐसे में यहां भरपूर क्रेडिट की क्षमता दिखाई दे रही है।

निर्मला सीतारमण ने कहा कि पूरी मीटिंग में मैंने कभी भी यह नहीं सुना कि मांग में कोई कमी है। किसी ने भी लिक्विडिटी को लेकर चिंता नहीं जताई। उन्होंने कहा कि पूरी मीटिंग सकारात्मक रही है। सस्ती आवास योजना के लिए कर्ज पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बैंकरों की मांग है कि मौजूदा 45 लाख रुपये की सीमा को बढ़ाकर 50 लाख रुपये की जाए। वहीं उन्होंने कमर्शियल वाहन बिक्री में मंदी को साइकिलिक बताया। प्राइवेट बैंकरों के साथ एफएम की बैठक के बाद उदय कोटक ने कहा कि ज्यादातर बैंक 1 अक्टूबर से एक्सटर्नल बेंचमार्क आधारित उधार का पालन करेंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि खपत में बढ़ोतरी हो रही है और त्योहारी सीजन में मांग में तेजी आएगी।


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