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पीपीपी मॉडल में होगी 6 हवाई हड्डों की नीलामी, यात्री विमानों के लिए एयरस्पेस का होगा विस्तार

Nirmala Sitharaman द्वारा की गई घोषणा से विमानन क्षेत्र को 1000 करोड़ रुपये का फायदा होगा।

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Sat, 16 May 2020 06:23 PM (IST)Updated: Mon, 18 May 2020 07:54 PM (IST)
पीपीपी मॉडल में होगी 6 हवाई हड्डों की नीलामी, यात्री विमानों के लिए एयरस्पेस का होगा विस्तार
पीपीपी मॉडल में होगी 6 हवाई हड्डों की नीलामी, यात्री विमानों के लिए एयरस्पेस का होगा विस्तार

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज के अंतर्गत शनिवार को भी कई बड़ी घोषणाएं की हैं। अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीतारमण ने एविएशन सेक्टर को लेकर भी कई घोषणाएं की हैं। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा छह नए एयपोर्ट्स की पीपीपी मॉडल में नीलामी की जाएगी। साथ ही वित्त मंत्री ने भारत को एयरक्राफ्ट रिपेयर सर्विस का हब बनाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि विमानन क्षेत्र में एयरलाइंस की लागत घटे, इस दिशा में कदम उठाए जाएंगे। वित्त मंत्री ने इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने और निवेश बढ़ाने के लिए कई बड़ी घोषणाएं शनिवार को की हैं।

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वित्त मंत्री ने कहा कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा पीपीपी मॉडल में छह नए एयरपोर्ट्स की नीलामी की जाएगी। उन्होंने बताया कि छह हवाई हड्डों से सालाना राजस्व पहले चरण में 1,000 करोड़ का होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि इससे अथॉरिटी को 2300 करोड़ रुपये की डाउन पेमेंट भी मिलेगी। साथ ही उन्होंने बताया कि पहले से तय 12 हवाई हड्डों की नीलामी से 13,000 करोड़ रुपये का निवेश आएगा। इसके अलावा वित्त मंत्री ने कहा कि दूसरे चरण के लिए छह अन्य एयरपोर्ट्स का चयन होगा और तीसरे चरण में अन्य छह नए एयरपोर्ट्स निलामी के लिए लाए जाएंगे। 

वित्त मंत्री ने कहा कि एयरलाइंस का ईंधन बचे, यात्रा का समय कम हो और यात्रा सहज व सरल हो, इस दिशा में काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे विमानन क्षेत्र को 1,000 करोड़ रुपये का फायदा होगा। उन्होंने कहा कि अभी केवल 60 फीसद भारतीय हवाई क्षेत्र ही नागरिक विमानन के लिए है। उन्होंने कहा कि इसका विस्तार किया जाएगा। साथ ही उन्होंने पर्यावरण का भी ध्यान रखने की बात कही।

वित्त मंत्री ने बताया कि भारत को एयरक्राफ्ट रिपेयर सर्विस हब बनाने की दिशा में काम होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय एयरक्राफ्ट का मेंटेनेस और रिपेयरिंग भारत में ही हो, इस दिशा में कदम उठाए जाएंगे। साथ ही उन्होंने नागरिक विमानन क्षेत्र में एयरलाइंस की लागत को भी कम करने की दिशा में कदम उठाने की बात कही।


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