CBDT के नए प्रमुख ने आयकर विभाग से राजस्व संग्रह और टैक्सपेयर्स की संख्या बढ़ाने को कहा
सीबीडीटी के नए प्रमुख का कहना है कि हमारी पहली प्राथमिकता राजस्व संग्रह बढ़ाने की होनी चाहिए
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। राजस्व संग्रह को अधिकतम करने के लिए आयकर विभाग को अपनी कमर कस लेना चाहिए और साथ ही उसे देश में करदाताओं (टैक्स पेयर्स) की संख्या बढ़ाने के लिए भी काम करना चाहिए। यह बात केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के नए प्रमुख ने अधिकारियों के साथ पहली औपचारिक बातचीत में कही है।
सीबीडीटी के नए प्रमुख पीसी मोदी, ने कर अधिकारियों से कहा है कि वो "छोटे करदाताओं" की शिकायतों एवं समस्याओं के निवारण के लिए विशेष प्रयास करें और साथ ही वो अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ काम करें। केंद्र सरकार ने इस महीने की शुरुआत में ही मोदी को सीबीडीटी के प्रमुख के रुप में नियुक्त किया है। उन्होंने आयकर विभाग की नीति निर्णायक इकाई का कार्यभार 15 फरवरी को संभाल लिया था। उन्होंने सुशील चंद्रा की जगह ली है जिन्हें चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है।
मोदी ने अपने आधिकारिक पत्र में कर विभाग के क्षेत्रीय प्रमुखों से कहा, "हमारी पहली प्राथमिकता राजस्व संग्रह बढ़ाने की होनी चाहिए। हमें कर आधार को व्यापक और गहरा करने की जरूरत है, ताकि भौतिक एवं मानवीय संसाधनों के अधिकतम उपयोग को सुनिश्चित किया जा सके।"
26 फरवरी के पत्र में कहा गया कि देश में कर आधार को बड़ा करने के प्रयास कर अधिकारियों की ओर से बिना किसी को परेशान करते हुए किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि कर विभाग को वित्त वर्ष 2018-19 में प्रत्यक्ष कर श्रेणी के अंतर्गत 11.5 लाख करोड़ रुपये का राजस्व जुटाने का बजटीय लक्ष्य दिया गया है।