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Mutual Fund SIP: लगातार बढ़ रहा म्यूचुअल फंड एसआईपी का दायरा, 13306 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश

Mutual Fund SIP म्यूचुअल फंड फोलियो पिछले तीन महीनों से सर्वकालिक उच्च स्तर को छू रहे हैं। ये 13.97 लाख करोड़ के नए उच्च स्तर पर पहुंच गए है। खुदरा म्यूचुअल फोलियो भी 11.17 लाख करोड़ के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गए।

By Siddharth PriyadarshiEdited By: Published: Fri, 09 Dec 2022 06:38 PM (IST)Updated: Fri, 09 Dec 2022 06:38 PM (IST)
Mutual Fund SIP: लगातार बढ़ रहा म्यूचुअल फंड एसआईपी का दायरा, 13306 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश
Inflows via mutual funds SIP hit fresh high in November

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Mutual Fund SIP: म्युचुअल फंड में व्यवस्थित निवेश योजनाओं या एसआईपी के माध्यम से प्रवाह नवंबर में बढ़कर 13,306 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। यह निवेशकों की बढ़ती परिपक्वता और विश्वास को दर्शाता है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि इक्विटी म्युचुअल फंड योजनाओं में प्रवाह पिछले महीने के 9,390 करोड़ रुपये से नवंबर में 76 प्रतिशत घटकर 2,258 करोड़ रुपये रह गया।

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आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में एसआईपी के माध्यम से प्रवाह 13,306 करोड़ रुपये था, जो अक्टूबर में 13,041 करोड़ रुपये के पिछले उच्च स्तर को पार कर गया। मई के बाद से एसआईपी के जरिए निवेश 12,000 करोड़ रुपये से ऊपर रहा है। सितंबर में यह 12,976 करोड़ रुपये, अगस्त में 12,693 करोड़ रुपये, जुलाई में 12,140 करोड़ रुपये, जून में 12,276 करोड़ रुपये और मई में 12,286 करोड़ रुपये था। इससे पहले अप्रैल में यह 11,863 करोड़ रुपए था।

लगातार बढ़ रहा एसआईपी का दायरा

चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में कुल प्रवाह 87,275 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह 2021-22 वित्तीय वर्ष में 1.24 लाख करोड़ रुपये से अधिक की आमद के बाद आया है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार विजयकुमार ने कहा कि भारतीय इक्विटी बाजार में एक हेल्दी ट्रेंड के रूप में एसआईपी में लगातार वृद्धि हो रही है। इसने नवंबर में 13,307 करोड़ रुपये के नए रिकॉर्ड को छू लिया है।एसआईपी खुदरा निवेशकों के लिए निवेश का सबसे सफल तरीका है।

एसआईपी में वृद्धि से पता चलता है कि भारतीय इक्विटी निवेशक परिपक्व हो रहे हैं। एसआईपी निवेशकों को अपने निवेश को बंद नहीं करना चाहिए, तब भी नहीं जबकि बाजार में गिरावट हो। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा कि विदेशी निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं लेकिन एसआईपी के माध्यम से आने वाला पूंजी प्रवाह अब तक के सर्वोच्च स्तर पर है। इससे पता चलता है कि घरेलू निवेशकों परिपक्वत हो रहे है और निवेश के लिए उनका आत्मविश्वास बढ़ रहा है।

11.27 लाख एसआईपी खाते

म्युचुअल फंड्स ने नवंबर के दौरान 11.27 लाख एसआईपी खाते जोड़े, जिससे कुल मिलाकर इनकी संख्या लगभग 6.04 करोड़ हो गई।

क्या है एसआईपी

एसआईपी, म्यूचुअल फंड के जरिए की जाने वाली एक निवेश पद्धति है, जिसमें एक व्यक्ति एकमुश्त निवेश करने के बजाय, निश्चित अंतराल पर एक तय रकम का निवेश कर सकता है। महीने में एक बार ही एसआईपी की किस्त काटी जाती है। इसमें 500 रुपये प्रतिमाह तक के निवेश से शुरू किया जा सकता है।

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि म्यूचुअल फंड उद्योग ने नवंबर में 13,263 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह दर्ज किया, जो पिछले महीने के 14,045 करोड़ रुपये से थोड़ा ही कम है। बाजार में तेज उतार-चढ़ाव के बीच म्यूचुअल फंड उद्योग ने अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखा है। खुदरा योजनाओं से निकासी हुई है, क्योंकि लोग मुनाफे को भुना रहे हैं।

ईटीएफ प्रवाह में तेजी

इंडेक्स फंड्स, गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETF) अन्य ईटीएफ और विदेशों में निवेश करने वाले फंड्स में 10,394 करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया। मुख्य रूप से इंडेक्स फंड्स में तेज बढ़ोतरी हुई है। इसने अकेले 8,602 करोड़ रुपये का योगदान दिया। गोल्ड ईटीएफ से 195 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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