मुकेश अंबानी ने बताया, बेटी ईशा ने दिया था जियो का आइडिया
मुकेश अंबानी ने अपने जुड़वां बच्चों की बातचीत से महसूस किया कि आने वाला समय ब्रॉडबैंड डाटा का होगा। इसी विचार ने देश के डाटा मार्केट का भविष्य तय कर दिया
नई दिल्ली (पीटीआई)। सबसे अमीर भारतीय मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने महज दो साल में भारत को मोबाइल डाटा उपभोग में शीर्ष स्थान पर पहुंचा दिया। उन्होंने रहस्योद्घाटन किया है कि जियो का विचार उनकी बेटी ईशा ने 2011 में दिया था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए ड्राइवर्स ऑफ चेंज अवार्ड स्वीकार करने के बाद अपने भाषण में अंबानी ने इसकी जानकारी दी। कंपनी को यह पुरस्कार फाइनेंशियल टाइम्स आर्सेलरमित्तल बोल्डनेस इन बिजनेस अवार्डस कार्यक्रम में दिया गया। जियो का आइडिया मिलने के बाद रिलायंस ने इस परियोजना पर करीब 31 अरब डॉलर (करीब दो लाख करोड़ रुपये) का निवेश करके मोबाइल मार्केट में प्रवेश किया। कंपनी ने कॉल सर्विस मुफ्त और डाटा सर्विस अत्यंत सस्ते रेट पर देकर पहले से स्थापित कंपनियों को हिलाकर रख दिया। आज रिलायंस जियो देश की चौथी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन चुकी है। अब कंपनी नई डाटा-हेवी सेवाएं शुरू करने की तैयारी कर रही है। इससे घर, कारोबार और कारें इंटरनेट से जुड़ जाएंगी।
अंबानी ने कहा कि भारत में प्रतिभाशाली युवाओं की बहुतायत है। इसके बूते देश महज एक दशक में 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। जियो की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि 2011 में अमेरिका की येल यूनीवर्सिटी में पढ़ रही उनकी बेटी ईशा छुट्टियों में घर आई थी। उसे कोई कोर्सवर्क सबमिट करना था। उसने शिकायत की कि घर में इंटरनेट बहुत धीमा है। उसी बातचीत में ईशा के जुड़वा भाई आकाश ने कहा कि पुरानी दुनिया में टेलीकॉम का आशय वॉइस कॉल से था। कंपनियां इसी से कमाई करती थीं। लेकिन नये विश्व में हर चीज डिजिटल है। इन दोनों की बातचीत से ही जियो का पौधारोपण हो गया।
बात को आगे बढ़ाते हुए अंबानी ने कहा कि ईशा और आकाश देश की युवा पीढ़ी से जुड़े हैं। यह पीढ़ी ज्यादा रचनात्मक, महत्वाकांक्षी और सर्वश्रेष्ठ बनने को उत्साहित हैं। इन युवा भारतीयों ने उन्हें आइडिया दिया कि ब्रॉडबैंड इंटरनेट आज के दौर की तकनीक है। भारत इसमें पीछे नहीं रह सकता है।