ड्राइवर की झंझट हो जाएगी दूर, अब सड़क पर अपने आप चलेंगे मोटर वाहन
जल्द ही आपको सड़कों पर गाड़ियां तो दौड़ती हुई मिलेंगी लेकिन उसमें ड्राइवर नहीं होगा।
नई दिल्ली (आईएएनएस)। सड़कों का नजारा बदलने वाला है। गाड़ियां तो दौड़ेंगी, पर उन्हें चलाने वाला ड्राइवर नदारद होगा। वे सिग्नल के रेड होने पर खुद रुकेंगी और ग्रीन होते ही चल देंगी। सामने कोई वाहन या व्यक्ति आ गया तो ब्रेक भी अपने आप लगेंगे। गाड़ी में निश्चिंत बैठकर आप सिर्फ सफर का आनंद लेंगे। यह गप्प या कल्पना नहीं है।
सेल्फ-ड्राइविंग यानी स्वयं से चलने वाले वाहनों को बनाने में कंपनियों को लगातार सफलता मिल रही है। चीन में निर्मित सेल्फ-ड्राइविंग ट्रक ने नेविगेशन टेस्ट पास कर लिया है। इसने स्वचालित भारी वाहनों के नए युग की शुरुआत कर दी है। इसके अलावा टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल इंक को कैलिफोर्निया में सेल्फ-ड्राइविंग कारों का परीक्षण करने का परमिट मिला है।
पहले चीन से शुरू करते हैं। यहां प्रमुख ट्रक मैन्यूफैक्चरर एफएडब्ल्यू जीफैंग ने जिलिन प्रांत में स्वचालित ट्रक को उतारकर सुर्खियां बंटोरीं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, टेस्ट के दौरान यह ट्रक अवरोधों को पहचानने, गति को बढ़ाने व धीमा करने और मुड़ने में सफल रहा। जीफैंग ने योजना बनाई है कि वह अगले साल से ऐसे ट्रकों की बिक्री शुरू करेगी। इस ट्रक ने ट्रैफिक लाइट के प्रति सही प्रतिक्रिया दी। सफलतापूर्वक ओवरटेक किया।
एफएडब्ल्यू जीफैंग के महाप्रबंधक हू हांजी ने कहा कि और फर्मो की भागीदारी से हैवी-ड्यूटी वाहनों में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल में तेजी आएगी। बायडू और टेनसेंट समेत चीन की प्रमुख टेक्नोलॉजी कंपनियों ने स्वचालित वाहनों के निर्माण में निवेश किया है। बायडू ने सालाना वल्र्ड इंटरनेट कांफ्रेंस में ड्राइवरलेस मिनी कारों का प्रदर्शन किया था। वहीं शुक्रवार को आइफोन बनाने वाली दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल इंक को कैलिफोर्निया में पब्लिक रोड पर सेल्फ-ड्राइविंग वाहनों का परीक्षण करने की मंजूरी मिली। फिलहाल इस बारे में कंपनी ने तो कुछ भी कहने से मना कर दिया है, लेकिन अमेरिकी मोटर वाहन विभाग (डीएमवी) ने एप्पल को अपनी वेबसाइट पर सूचीबद्ध किया है। इनमें वे कंपनियां शामिल हैं जिन्हें स्वायत्त वाहन परीक्षण परमिट मिले हैं।
इस सूची में 30 कंपनियां हैं। सबसे पहले परमिट पाने वाली कंपनियों में फॉक्सवैगन ग्रुप, मर्सिडीज बेंज, गूगल, डेल्फी ऑटोमोटिव और टेस्ला मोटर्स हैं। सूची में जनरल मोटर्स क्रूज एलएलसी और फोर्ड के भी नाम हैं। इसके अलावा जापान कीनिसान, होंडा और सुबारू व जर्मनी की बीएमडब्ल्यू के पास भी परमिट हैं।
टेस्टिंग परमिट रखने वाली ज्यादातर अन्य कंपनियां टेक्नोलॉजी स्टार्ट-अप हैं। लंबे समय से इस बात को लेकर चर्चा रही है कि एप्पल सेल्फ-ड्राइविंग व्हीकल प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। यह और बात है कि कभी कंपनी ने इसकी सार्वजनिक घोषणा नहीं की।