नोटबंदी के बाद से बैंकों में पहुंच चुकी है आधे से ज्यादा पुरानी करेंसी
नोटबंदी की घोषणा के बाद अब तक 500 और 1000 रुपये की आधी से ज्यादा करेंसी बैंकों में जमा हो चुकी है
नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। नोटबंदी की घोषणा के बाद अब तक 500 और 1000 रुपये की आधी से ज्यादा करेंसी बैंकों में जमा हो चुकी है। 10 नवंबर से 27 नवंबर की अवधि तक बैंकों में 8,44,982 करोड़ रुपये की राशि वापस आ चुकी है। हालांकि इसके मुकाबले अभी तक 16-17 फीसद राशि की ही निकासी हो पाई है। रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के मुताबिक इस अवधि में 2,16,617 करोड़ रुपये एटीएम और चेक आदि से निकाले गए हैं।
नोटबंदी से पहले तक देश में पांच सौ और एक हजार रुपये की करीब 15 लाख करोड़ रुपये की करेंसी सिस्टम में थी। इनमें से करीब साढ़े आठ लाख करोड़ रुपये की राशि बैंकों में आ चुकी है। इनमें से 33,948 करोड़ रुपये की पुरानी नोटों को नई करेंसी में बदला है। जबकि इस बीच लोगों ने 8,11,033 करोड़ रुपये अपने खातों में जमा कराए हैं। बताया जाता है कि नई करेंसी का प्रवाह काफी धीमा रहने की वजह से निकासी की गति धीमी चल रही है। अधिकांश पुराने एटीएम को नई करेंसी के अनुकूल बनाए जाने के बावजूद इनमें केवल 2000 रुपये के नोट ही उपलब्ध हो पा रहे हैं। पांच सौ रुपये के नए नोटों की आपूर्ति अभी तेजी नहीं पकड़ पाई है। आरबीआइ के सूत्र बताते हैं कि इन नोटों का बड़ा हिस्सा नासिक और देवास स्थित सरकारी प्रेस में छापा जा रहा है। जबकि 2000 रुपये के नोट की छपाई रिजर्व बैंक के प्रेस में हो रही है।
500 रुपये के नए नोटों के अभाव में बैंकों से भी निकासी की रफ्तार बेहद धीमी बनी हुई है। अधिकांश बैंकों में नकदी की आवक भी काफी कम है। बैंकों की ब्रांचों में आवश्यकता से कम नकदी की सप्लाई हो रही है।