सीजी पावर के खातों की फिर से जानकारी चाहता है मंत्रालय
सीजी पावर ने शेयर बाजारों को बताया था कि इससे जुड़ी कई कंपनियों और प्रमोटर्स से उसे करीब 3018.62 करोड़ वापस मिलने हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। कॉरपोरेट मंत्रालय वित्तीय गड़बड़ियों का सामना कर रही सीजी पावर के खातों की नए सिरे से जानकारी चाहता है। सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय ने पिछले पांच वित्तीय वर्षो के दौरान कंपनी की वित्तीय स्थिति का ब्योरा मांगा है। इसमे कंपनी के पूर्व प्रमोटर गौतम थापर से जुड़े लेनदेन भी शामिल हैं। कंपनी में वित्तीय गड़बड़ियां सामने आने के बाद पुराने प्रबंधन को हटा दिया गया था। गौतम थापर अगस्त में चेयरमैन के पद से हटा दिए गए थे।
सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय ने नेशनल कंपनी लॉ टिब्यूनल (एनसीएलटी) की मुंबई शाखा में याचिका दाखिल करके सीजी पावर और इसकी सहायक कंपनियों के खातों की दोबारा जांच की इजाजत मांगी है। इससे पहले एसएफआइओ को सीजी पावर और इससे जुड़ी 15 अन्य कंपनियों के खातों की जांच करने को कहा गया था। कंपनी द्वारा की गई एक हालिया जांच में 3,300 करोड़ रुपये की वित्तीय गड़बड़ियां सामने आईं थीं। इन्हें नौ फर्जी लेनदेन के जरिये अंजाम दिया गया था।
गौतम थापर और उनसे जुड़ी कंपनियों से यह रुपये लौटाने को कहा था। इसके बाद सात कंपनियों को 1,314.78 करोड़ रुपये का बकाया लौटाने के लिए नोटिस भी जारी किया गया था। इसके अलावा थापर की 23 सहायक कंपनियों से 2,095.64 करोड़ रुपये लौटाने को कहा गया था। सीजी पावर ने शेयर बाजारों को बताया था कि इससे जुड़ी कई कंपनियों और प्रमोटर्स से उसे करीब 3,018.62 करोड़ वापस मिलने हैं।
सीजी पावर को थापर की अवांथा होल्डिंग्स लिमिटेड से 1,001.38 करोड़, ब्लू गार्डेन एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड से 287.75 करोड़, एक्टॉन ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड से 175 करोड़ रुपये मिलने थे। इसके कंपनी ने प्रमोटर्स ग्रुप से रिकवरी की बात भी कही थी।