खत्म नहीं हो रही कार कंपनियों की सुस्ती
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। कार कंपनियों के लिए चालू वित्त वर्ष का आगाज कुछ खास नहीं रहा है। तमाम दिग्गज कंपनियों की बिक्री या तो घटी है या फिर उनमें बहुत कम वृद्धि हुई है। आम बजट में उत्पाद शुक्ल में वृद्धि का असर यूटिलिटी गाड़ियों [एसयूवी] पर भी पड़ा है। इनकी बिक्री की रफ्तार भी सुस्त हुई है। वैसे, पिछले दो महीनों में पेट्रोल के दाम में भारी कमी और इसी हफ्ते ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के बीच कंपनियां दो-तीन माह बाद बिक्री में वृद्धि की आस लगाए बैठी हैं।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। कार कंपनियों के लिए चालू वित्त वर्ष का आगाज कुछ खास नहीं रहा है। तमाम दिग्गज कंपनियों की बिक्री या तो घटी है या फिर उनमें बहुत कम वृद्धि हुई है। आम बजट में उत्पाद शुक्ल में वृद्धि का असर यूटिलिटी गाड़ियों [एसयूवी] पर भी पड़ा है। इनकी बिक्री की रफ्तार भी सुस्त हुई है। वैसे, पिछले दो महीनों में पेट्रोल के दाम में भारी कमी और इसी हफ्ते ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के बीच कंपनियां दो-तीन माह बाद बिक्री में वृद्धि की आस लगाए बैठी हैं।
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी की घरेलू बाजार में बिक्री अप्रैल, 2013 में महज 0.3 फीसद [90,523] की रफ्तार से बढ़ी है। निर्यात में तो 33 फीसद की गिरावट आई है। अगर कंपनी की कुल बिक्री देखें तो इसमें 3.3 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। मारुति की तरफ से प्रीमियम वर्ग में बहुत हसरत के साथ लांच की गई किजाशी मॉडल की एक भी गाड़ी इस महीने नहीं बिक पाई है। कंपनी की यूटिलिटी गाड़ियों की बिक्री 4.7 फीसद की रफ्तार से घटी है। दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी हुंडई मोटर्स इंडिया की कुल बिक्री में 4.3 फीसद की वृद्धि हुई है लेकिन घरेलू बाजार में इसके वाहनों की बिक्री 7.6 फीसद घटी है। विदेशी बाजार की बदौलत कंपनी बिक्री दर को सकारात्मक रखने में सफल रही है।
टोयोटा किर्लोस्कर की बिक्री में इस महीने 37 फीसद की गिरावट हुई है। जनरल मोटर्स की बिक्री 2.3 फीसद बढ़ी है। हाल ही में लांच की गई नई कार शेवरले सेल की बिक्री ठीक रहने से जनरल मोटर्स की बिक्री बढ़ गई, नहीं तो इसके अन्य मॉडलों सुस्ती की चपेट में ही हैं। टाटा मोटर्स की घरेलू बाजार में बिक्री सिर्फ दो फीसद की रफ्तार से बढ़ी है। फोर्ड इंडिया की बिक्री तो 24 फीसद घटी है।
यूटिलिटी गाड़ियों पर ज्यादा ध्यान देने वाली कंपनियों की स्थिति भी कुछ खास नहीं है। इस सेगमेंट की अगुआ महिंद्रा एंड महिंद्रा की घरेलू बिक्री में एक फीसद की वृद्धि हुई है तो वाणिज्यिक वाहन बनाने वाली आयशर की बिक्री में सात फीसद की वृद्धि हुई है। मारुति, टोयोटा और हुंडई की यूटिलिटी गाड़ियों की बिक्री भी बहुत कम रही है।
दोपहिया वाहनों में यामाहा की कुल बिक्री में 44.3 फीसद की तेज बढ़ोतरी हुई है, तो देश की दूसरे नंबर की दोपहिया कंपनी बन चुकी होंडा मोटरसाइकिल व स्कूटर्स की बिक्री में 30.5 फीसद की अच्छी खासी वृद्धि हुई है। हाल ही में कंपनी की तरफ से लांच दो नई मोटरसाइकिलों का भारतीय ग्राहकों ने जोरदार स्वागत किया है। दिग्गज दोपहिया कंपनी हीरो मोटोकॉर्प की कुल बिक्री 9.51 फीसद घटकर 4,99,113 वाहन रह गई है। टीवीएस मोटर के वाहनों की बिक्री रफ्तार भी 5.5 फीसद घटी है।