Coronavirus Impact: मई के आखिर तक दुनिया की कई Airlines हो सकती हैं दिवालिया, CAPA ने चेताया
Coronavirus Impact एयरलाइंस के नकदी के भंडार तेजी से कम हो रहै हैं क्योंकि उनके विमान उड़ ही नहीं पा रहे और जो उड़ रहे हैं वे आधे से अधिक खाली रहते हैं।
नई दिल्ली, ब्लूमबर्ग। कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के चलते मई के आखिर तक दुनिया की कई एयरलाइंस दिवालिया हो सकती हैं, अगर सरकारें और इंडस्ट्री इस संबंध में कोई कदम ना उठाएं। एक एविएशन सलाहकार ने इस बारे में दुनिया को चेताया है। कई एयरलाइन्स पहले से ही तकनीकी रुप से दिवालिया होने की ओर अग्रसर हैं और कर्ज में डूबी हुई हैं। सिडनी बेस्ड कंसल्टेंसी कापा (CAPA) सेंटर फॉर एविएशन ने सोमवार को अपने एक बयान में इसे लेकर चेताया है।
स्टेटमेंट में कहा गया है कि एयरलाइंस तेजी से अपने नकदी के भंडार को कम कर रही हैं, क्योंकि उनके विमान उड़ ही नहीं पा रहे और जो उड़ रहे हैं, वे आधे से अधिक खाली रहते हैं। CAPA ने कहा, 'अगर एयरलाइन्स को बड़ी तबाही से बचाना है, तो सरकारों और इंडस्ट्री के साझा प्रयासों की आवश्यकता है।'
कापा ने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो इस समस्या का सामना करना एक युद्ध के मैदान में उतरने जैसा होगा, जहां हताहतों की भारी संख्या दिखाई देगी। कापा ने कहा कि अमेरिका, चीन और मध्य पूर्व की कई एयरलाइंस सरकार की सहायता या उनके मालिकों की मदद के चलते सर्वाइव कर रही हैं।
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते हुए कारोबारी नुकसान में एविएशन एक बड़ा सेक्टर है। इस महामारी से एयर ट्रैफिक में भारी कमी आई है। अमेरिकन एयरलाइंस ग्रुप से लेकर ऑस्ट्रेलिया के Qantas एयरवेज लिमिटेड तक की वाहक क्षमता में कमी आई है, जबकि स्वीडन की SAS AB जैसी एयरलाइंस ने अपने अधिकतर स्टाफ को अस्थाई रूप से हटा दिया है।
उधर यूरोप की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन Flybe पहले ही धवस्त हो गई है। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अनुसार, एयरलाइन्स को इस साल करीब 113 बिलियन डॉलर के राजस्व का नुकसान हो सकता है।