खुदरा विक्रेताओं को आशंका, 80,000 लोगों की जा सकती है नौकरी: सर्वे
उद्योग संगठन के मुताबिक इस सर्वे में 65 फीसद रिटेलर्स शामिल हैं जिनके पास 100 से कम लोग काम करते हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। उद्योग निकाय RAI के एक सर्वेक्षण के अनुसार, कोरोनावायरस महामारी के कारण विभिन्न खुदरा विक्रेताओं को लगभग 80,000 नौकरियों में कटौती की उम्मीद है। रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (RAI) ने 768 रिटेलरों के बीच एक सर्वेक्षण किया था, ये सभी रिटेलर पूरे भारत में 3,92,963 लोगों को रोजगार देते हैं।
RAI ने कहा कि छोटे खुदरा विक्रेता अपने मैन पॉवर में 30 फीसद तक की कटौती कर सकते हैं, मध्यम (आकार) खुदरा विक्रेता इसमें 12 फीसद तक की कटौती और बड़े खुदरा विक्रेता 5 फीसद तक की कटौती कर सकते हैं। इस पूरे सर्वे में शामिल विक्रेताओं ने 20 फीसद मैन पॉवर कम करने की उम्मीद जाहिर की है।
उद्योग संगठन के मुताबिक इस सर्वे में 65 फीसद रिटेलर्स शामिल हैं, जिनके पास 100 से कम लोग काम करते हैं। वहीं, 24 फीसद रिटेलर्स मध्यम आकार के हैं, जिनके यहां 100-1000 लोग काम करते हैं
सर्वे के मुताबिक, 25 मार्च को लॉकडाउन के बाद 95% से अधिक गैर-खाद्य खुदरा विक्रेताओं ने अपने आउटलेट बंद कर दिए हैं। इस अवधि के दौरान कोई राजस्व नहीं मिला है। उन्हें पिछले वर्ष के राजस्व से लगभग 40 फीसद तक की कम कमाई की उम्मीद है।
खाद्य खुदरा विक्रेताओं को अगले छह महीनों में पिछले साल के राजस्व की तुलना में 56 फीसद कम कमाई की उम्मीद है।
व्यावसायिक दृष्टिकोण से 70 फीसद खुदरा विक्रेताओं को उम्मीद है कि व्यापार में रिकवरी छह महीने से अधिक समय के बाद होगी, जबकि 20 फीसद का मानना है कि इसमें एक वर्ष से ज्यादा समय लग जाएगा।