मोदी सरकार की पहल, नए केवीपी में सौ महीने में दोगुना होगा धन
घरेलू बचत को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार ने 'किसान विकास पत्र' बचत योजना फिर से पेश की है। नए किसान विकास पत्र में धनराशि आठ साल और चार महीने में दोगुनी होगी।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। घरेलू बचत को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार ने 'किसान विकास पत्र' बचत योजना फिर से पेश की है। नए किसान विकास पत्र में धनराशि आठ साल और चार महीने में दोगुनी होगी। कोई भी व्यक्ति एक हजार, पांच हजार, दस हजार और 50 हजार रुपये के किसान विकास पत्र (केवीपी) खरीद सकेगा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली और संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने मंगलवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान किसान विकास पत्र' को नए सिरे से लांच किया। शुरू में किसान विकास पत्र डाकघरों के माध्यम से बेचे जाएंगे। इसके बाद ये राष्ट्रीयकृत बैंकों की चुनिंदा शाखाओं पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
इस मौके पर कहा गया कि किसान विकास पत्र से न सिर्फ निवेश के लिए सुरक्षित विकल्प मिलेगा, बल्कि इससे देश में बचत दर भी बढ़ेगी। वित्त वर्ष 2012-13 में बचत दर लगभग 30 प्रतिशत है। किसान विकास पत्र बचत योजना 1988 में शुरू की गई थी। उस समय इसमें साढ़े पांच साल में धन दोगुना हो जाता था। हालांकि इस योजना को नवंबर, 2011 से स्थगित कर दिया गया। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने चालू वित्त वर्ष के लिए बजट पेश करते हुए अपने बजट भाषण में इस योजना को फिर से शुरू करने की घोषणा की थी।
किसान विकास पत्र की खूबियां
-एक डाकघर से दूसरे में स्थानांतरित किया जा सकेगा
-इसे बैंक के पास गिरवी रखकर लिया जा सकेगा लोन
-केवीपी को अकेले या संयुक्त तौर पर खरीदा जा सकता है
-एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम ट्रांसफर करना भी संभव
-ढाई साल से पहले नहीं निकाली जा सकेगी केवीपी की राशि
-किसान विकास पत्र में निवेश की नहीं होगी कोई सीमा