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एलएंडटी ने कहा, माइंडट्री का अधिग्रहण 'वॉर' नहीं 'प्यार', IT कंपनी के साथ नहीं होगा मर्जर

लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने माइंडट्री में सिद्धार्थ की हिस्सेदारी को 3269 करोड़ रुपये में खरीदने की पेशकश की है। इस हिस्सेदारी को खरीदने के बाद माइंडट्री का मालिकाना हक एलएंडटी के पास चला जाएगा।

By Abhishek ParasharEdited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 01:28 PM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2019 10:19 PM (IST)
एलएंडटी ने कहा, माइंडट्री का अधिग्रहण 'वॉर' नहीं 'प्यार',  IT कंपनी के साथ नहीं होगा मर्जर
एलएंडटी ने कहा, माइंडट्री का अधिग्रहण 'वॉर' नहीं 'प्यार', IT कंपनी के साथ नहीं होगा मर्जर

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने अपनी आईटी क्षेत्र की सहायक कंपनी के साथ माइंडट्री के विलय की संभावना को खारिज कर दिया है। सोमवार को लार्सन एंड टुब्रो ने माइंडट्री के जबरन अधिग्रहण की प्रक्रिया पर मुहर लगाते हुए एक साथ कई रणनीतियों को अमली जामा पहनाया।

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कंपनी ने जहां माइंडट्री की 20.3 फीसद हिस्सेदारी रखने वाले वी जी सिद्धार्थ को प्रति शेयर 980 रुपये का भाव देते हुए डील को पूरा किए जाने की घोषणा की, वहीं खुले बाजार से प्रति शेयर 980 रुपये के हिसाब से ओपन ऑफर लाए जाने का एलान किया। लार्सन एंड टुब्रो की योजना कुल 10,733 करोड़ रुपये में कंपनी की 67 फीसद हिस्सेदारी खरीदने की है।

मंगलवार को एलएंडटी के मैनेजिंग डायरेक्ट और सीईओ एस एन सुब्रमण्यन ने कहा, 'हमने अपनी सहायक कंपनी (एलएंडटी इंफोटेक) के साथ माइंडट्री को मिलाने का फैसला नहीं किया है। कुछ समय तक यह स्वतंत्र कंपनी के तौर पर काम करेगी।'

उन्होंने कहा कि इस डील को अधिग्रहण की तरह नहीं देखा जाना चाहिए, क्योंकि यह ''प्यार'' है, न कि वॉर (युद्ध)। उन्होंने कहा कि अगर हम इस दिशा में पहल नहीं करते तो कोई और करता।

इस डील को दो समान विचार वाले लोगों के बीच हुआ समझौता बताते हुए उन्होंने कहा कि वी जी सिद्धार्थ ने तीन महीने पहले अपनी हिस्सेदारी बिक्री को लेकर उनसे संपर्क किया था।

वी जी सिद्धार्थ की इस कंपनी में 20.3 फीसद हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा, 'यह हमारे और सिद्धार्थ की दिमागी मुलाकात थी।' उन्होंने कहा, 'माइंडट्री का वरिष्ठ प्रबंधन हमारे अच्छे दोस्त हैं और उनकी अपनी प्रतिष्ठा है। हम इस डील की मदद से आने वाले समय में काफी सारी सकारात्मक बातों की उम्मीद रखते हैं।'

उन्होंने कर्मचारियों को आश्वासन देते हुए कहा कि एलएंडटी 80 साल पुरानी कंपनी है, जिसके भीतर गर्वनेंस मूल्यों की मजबूत बुनियाद है। उन्होंने कहा, 'माइंडट्री स्वतंत्र कंपनी के तौर पर चलती रहेगी और एलएंडटी उस पर नजर बनाए रखेगा। हम उम्मीद करते हैं कि सब कुछ अच्छा होगा।'

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में दोनों कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है। मंगलवार को बीएसई में माइंडट्री और एलएंडटी के शेयरों में करीब दो फीसद तक की गिरावट आई है।

यह भी पढ़ें: आईटी इंडस्ट्री में रोमांचक जंग की शुरुआत, 'जबरन अधिग्रहण' की प्रक्रिया को क्या रोक पाएगी माइंडट्री!


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