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संसद के मॉनसून सत्र में तीन लेबर कोड किए जाएंगे पेश, श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने दी जानकारी

केंद्र सरकार 44 केंद्रीय श्रम कानूनों को मुख्य रूप से चार संहिताओं में समाहित करने की दिशा में काम कर रही है। (PC PTI)

By Ankit KumarEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2020 06:42 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2020 08:14 PM (IST)
संसद के मॉनसून सत्र में तीन लेबर कोड किए जाएंगे पेश, श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने दी जानकारी
संसद के मॉनसून सत्र में तीन लेबर कोड किए जाएंगे पेश, श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने दी जानकारी

नई दिल्ली, पीटीआइ। श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने मंगलवार को कहा कि शेष तीन लेबर कोड को संसद के आगामी सत्र में पेश किया जाएगा। ये लेबर कोड इंडस्ट्रियल रिलेशन्स, सोशल सिक्योरिटी और कामकाज से जुड़ी सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े हुए हैं। गंगवार ने 'कोड ऑन वेजेजः सेफगार्डिंग राइट्स ऑफ लाख्स ऑफ इशेंशियल सर्विसेज वर्कर्स' विषय पर आयोजित फिक्की के वर्चुअल कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ''14 सितंबर से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र में तीन कोड पेश किए जाएंगे। हमने कोड ऑफ वेजेज के मसौदा नियम भी सर्कुलेट कर दिए हैं, जिन्हें जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा।'' 

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मंत्री ने फिक्की के प्रतिभागियों से भी लेबर कोड और खासकर वेतन से संबंधित श्रम संहिता पर अपने विचार मंत्रालय को भेजने को कहा। उन्होंने देश में श्रम कानूनों को प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए फिक्की के प्रतिभागियों से यह आग्रह किया। 

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केंद्र सरकार 44 केंद्रीय श्रम कानूनों को मुख्य रूप से चार संहिताओं (वेतनमान, औद्योगिक संबंध, सामाजिक सुरक्षा और पेशे से संबंधित सुरक्षा एवं स्वास्थ्य) में समाहित करने की दिशा में काम कर रही है। 

वेतन से जुड़े कोड को संसद ने पिछले साल अपनी मंजूरी दी थी। इस कोड से जुड़े मसौदा नियम फीडबैक के लिए सर्कुलेट किए गए हैं। एक बार अधिसूचित होने के बाद इससे जुड़े नियम प्रभावी हो जाएंगे।

औद्योगिक संबंध, सामाजिक सुरक्षा और पेशे से संबंधित सुरक्षा एवं स्वास्थ्य से जुड़े शेष तीनों कोड को पिछले साल लोकसभा में पेश किया गया था। इसके बाद इन्हें श्रम मामलों पर संसद की स्टैंडिंग कमेटी के पास विचार के लिए भेजा गया था।

कमेटी ने इन तीन कोड को लेकर अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। अब इन तीन कोड को संसद के मॉनसून सत्र में पेश किया जाएगा।


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