RBI क्रेडिट पॉलिसी: रेपो रेट बरकरार; महंगाई घटने का अनुमान, जानिए बड़ी बातें
FY 19 की पहली MPC में RBI ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है
By Surbhi JainEdited By: Published: Thu, 05 Apr 2018 02:59 PM (IST)Updated: Fri, 06 Apr 2018 07:39 AM (IST)
style="text-align: justify;">नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वित्त वर्ष 2018-19 की पहली क्रेडिट पॉलिसी (द्वैमासिक मौद्रिक समीक्षा) में रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों को यथावत रखा है। केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट को छह फीसद पर और रिवर्स रेपो रेट को 5.75 फीसद पर बरकरार रखा। रिजर्व बैंक ने सीआरआर को भी 4 फीसद पर बरकरार रखा है। यह बैठक आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल के नेतृत्व में हुई है। जानिए इससे जुड़ी बड़ी बातें-
- इस एमपीसी में सरकार की ओर से नामित सदस्य चेतन घाटे, पामी दुआ, रवीन्द्र एच ढोलकिया शामिल थे। वहीं आरबीआई की ओर से गवर्नर उर्जित पटेल, मौद्रिक नीति प्रभारी डिप्टी गवर्नर विरल ए आचार्य और बैंक के कार्यकारी निदेशक मिशेल डी पात्रा शामिल थे। इनमें से पांच ने ब्याज दरों को यथावत और एक ने रेपो रेट में 25 बीपीएस के इजाफे के पक्ष में वोट किया।
- रिजर्व बैंक ने सीआरआर 4 फीसद पर और एसएलआर 19.5 फीसद पर बरकरार रखा है। दरें बरकरार रखने का प्रस्ताव 5-1 से पास हुआ है।
- वित्त वर्ष 2019 की पहली छमाही में महंगाई घटने का अनुमान लगाया गया है। वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में महंगाई अनुमान को 5.1-5.6 फीसद से घटाकर 4.7-5.1 फीसद कर दिया गया है। वहीं वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में (अक्टूबर-मार्च) में महंगाई अनुमान 4.4 फीसद रखा गया है।
- अप्रैल से जून के लिए खुदरा महंगाई के अनुमान को बढ़ाकर 5.1 फीसद कर दिया है। फरवरी में यह 4.4 फीसद के स्तर पर था।
- वित्त वर्ष 2019 के लिए जीडीपी ग्रोथ 7.4 फीसद पर देखी जा रही है जो कि वित्त वर्ष 2018 में 6.6 फीसद थी।
- वहीं, वित्त वर्ष 2019 की पहली तिमाही (अप्रैल- जून) के लिए जीडीपी ग्रोथ 7.1 फीसद पर देखी जा रही है जबकि दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) के लिए 7.4 फीसद देखी जा रही है।
- भारतीय रिजर्व बैंक ने स्पष्ट किया है कि आरबीआई उन सभी संस्थाओं, कारोबारियों और व्यक्तियों को कोई सेवा नहीं देगा जो बिटकॉइन में व्यापार करते हैं।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें