Move to Jagran APP

बैंक ऑवरड्राफ्ट बनाम क्रेडिट कार्ड, जानिए इन दोनों में से कौन है आपके लिए बेहतर

कम समय के लिए फाइनेंशियल जरूरत को पूरा करने के लिए क्रेडिट कार्ड और बैंक ओवरड्राफ्ट जैसी कई प्रकार की क्रेडिट सर्विस काम आती हैं।

By Sajan ChauhanEdited By: Published: Wed, 19 Jun 2019 12:14 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jun 2019 08:30 AM (IST)
बैंक ऑवरड्राफ्ट बनाम क्रेडिट कार्ड, जानिए इन दोनों में से कौन है आपके लिए बेहतर
बैंक ऑवरड्राफ्ट बनाम क्रेडिट कार्ड, जानिए इन दोनों में से कौन है आपके लिए बेहतर

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। जब भी इंसान को जरूरत होती है तो वह कर्ज लेकर अपनी जरूरतों को पूरा करता है। कम समय के लिए फाइनेंशियल जरूरत को पूरा करने के लिए क्रेडिट कार्ड और बैंक ओवरड्राफ्ट जैसी कई प्रकार की क्रेडिट सर्विस काम आती हैं। बैंक ओवरड्राफ्ट और क्रेडिट कार्ड की कई खासियतें और खामियां हैं और दोनों क्रेडिट प्रोडक्ट किसी व्यक्ति की जरूरतों और उसकी इनकम पर निर्भर करते हैं। क्रेडिट कार्ड और ओवरड्राफ्ट दोनों ही तय चार्ज, क्रेडिट लिमिट, निकाल गए पैसा पर ब्याज लेते हैं।

loksabha election banner

ये भी पढ़ें: कार डीलर से Car Insurance खरीदना नहीं है फायदे का सौदा, जानिए क्‍या हैं इसके घाटे

क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल अधिकतर रोजाना की जरूरतों, सेवाओं और कुछ खास खरीदों के लिए किया जाता है, जिस पर ईएमआई की सुविधा का लाभ उठा सकें। क्रेडिट कार्ड में 55 से 60 दिनों की ब्याज मुक्त अवधि होती है, जिसमें कोई भी व्यक्ति क्रेडिट कार्ड पर तय क्रेडिट लिमिट तक क्रेडिट ले सकता है। क्रेडिट पीरियड के 60 दिनों की ब्याज मुक्त अवधि पूरा होने के बाद बाकि पैसे पर ब्याज लगता और लेट पैसे जमा करने पर चार्ज भी लगता है। बैंकों और अन्य क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली संस्था न्यूनतम राशि का भुगतान करने का प्रावधान भी देती हैं। ब्याज के कारण न्यूनतम राशि का भुगतान करके बिल राशि को आगे बढ़ाया जाता है। ब्याज दर 22 से 44 फीसद प्रति वर्ष तक होती है।

ये भी पढ़ें: ट्रेन से भी सस्ता है GoAir का हवाई टिकट, महज 899 रुपये में करें यात्रा

बैंक ओवरड्राफ्ट में कोई ब्याज मुक्त अवधि नहीं है। ओवरड्राफ्ट सुविधा में मिलने वाले अमाउंट पर ब्याज सिर्फ तभी लिया जाता है जब अमाउंट वापस जमा कर दिया जाता है। ओवरड्राफ्ट सुविधा के तहत एक व्यक्ति को एक तय लिमिट तक की छूट मिलती है, जिसमें अकाउंट ओवरड्रॉन किया जा सकता है। मान लीजिए अगर किसी व्यक्ति के पास 50 हजार रुपये की ओवरड्राफ्ट लिमिट है तो तब तक उसे कोई ब्याज नहीं देना है जब तक उस अमाउंट का उपयोग नहीं किया गया हो। किसी भी व्यक्ति के जरिए ओवरड्राफ्ट लिमिट तक उपयोग करने के बाद ओवरड्राफ्ट सर्विस से निकाले गए अमाउंट पर ब्याज लिया जाएगा।

ओवरड्राफ्ट सर्विस का उपयोग बड़े व्यापारी करते हैं, जबकि क्रेडिट कार्ड का उपयोग सामान्य व्यक्ति करते हैं, जिन्हें 60 दिन तक ब्याज मुक्त अवधि मिलती है। बैंक ओवरड्राफ्ट सर्विस से एक व्यापारी लोन लेकर जरूरी भुगतान कर सकता है। 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.