जेट एयरवेज को Q3 में 587.77 करोड़ रुपये का घाटा, समाधान योजना को मिली मंजूरी
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जेट एयरवेज को 587.77 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। गौरतलब है कि पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 1,650 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। नकदी संकट से जूझ रही विमानन कंपनी जेट एयरवेज के बोर्ड ने कर्जदारों की तरफ से पेश किए गए रिजॉल्यूशन प्लान (संकट से निपटने की योजना) को मंजूरी दे दी है।
जेट ने गुरुवार को बताया कि कंपनी के निदेशक मंडल ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की अगुवाई वाले बैंकों के समूह की तरफ से पेश की गई योजना को मंजूरी दे दी है।
योजना के लागू होने के बाद कंपनी को वित्तीय संकट से उबरने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही कंपनी ने वित्तीय नतीजे भी जारी किए हैं।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जेट एयरवेज को 587.77 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। वहीं पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को शुद्ध 165.25 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया है कि तीसरी तिमाही में उसका राजस्व 6,147.98 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 6,086.20 करोड़ रुपये था।
जेट को लगातार चौथी तिमाही में घाटा उठाना पड़ा है। कच्चे तेल की कीमतों में हुई इजाफे और घरेलू बाजार में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा की वजह से उसे घाटा उठाना पड़ा है।
गुरुवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में जेट का शेयर 0.98 फीसद की तेजी के साथ 225.80 रुपये पर बंद हुआ।
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