जेट एयरवेज की मुसीबत हुई कम, पायलटों ने हड़ताल का फैसला 15 अप्रैल तक के लिए टाला
एनएजी कंपनी के कुल 1600 पायलटों में से करीब 1100 पायलटों के प्रतिनिधित्व का दावा करता है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। गंभीर संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के लिए एक राहत की खबर है। कंपनी के पायलटों के संगठन नैशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) ने विमान नहीं उड़ाने के अपने फैसले को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया है।
एनएजी के सदस्यों ने यह फैसला एक खुली बैठक के दौरान लिया। यह बैठक मुंबई और दिल्ली में रविवार दोपहर को हुई। एनएजी के प्रेसिडेंट करण चोपड़ा ने चार घंटे तक चली बैठक के बाद पत्रकारों को यह जानकारी दी। गिल्ड (एनएजी) कंपनी के कुल 1,600 पायलटों में से करीब 1,100 पायलटों के प्रतिनिधित्व का दावा करता है। गिल्ड ने इससे पहले घोषणा की थी कि बकाया वेतन का भुगतान नहीं होने तथा 31 मार्च तक वित्तपोषण को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं होने पर सदस्य पायलट एक अप्रैल से उड़ान नहीं भरेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रबंधन ने हमारे दिसंबर के वेतन को स्थानांतरित करके हमें एक सकारात्मक इरादा दिखाया है और हमने सोचा कि हमें अंतरिम बोर्ड का गठन करने और हमारे मुद्दों को हल करने के लिए उन्हें कम से कम कुछ हफ़्ते का समय देना चाहिए, जिसके बारे में वो पहले ही बात कर चुके हैं।
चोपड़ा ने कहा, "इसलिए मुंबई और दिल्ली के ऑफिस में उड़ान से दूर रहने के संबंध में पायलटों की ओर से सामूहिक फैसला लिया गया है, जिसे एक अप्रैल से शुरू किया जाना था उसे अब फिलहाल 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है। उन्हें उम्मीद है कि अगले दो हफ्तों में कुछ सकारात्मक हो सकता है।"