सीमा पर तनाव को देखते हुए जेट के पायलटों ने हड़ताल को टाला, 7 और प्लेन हुए खड़े
सीमा पर तनाव की स्थिति को देखते हुए जेट एयरवेज के पायलटों ने अपनी प्रस्तावित हड़ताल को टालने का फैसला किया है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। निजी क्षेत्र की प्रमुख विमानन कंपनी जेट एयरवेज के घरेलू पायलटों के संगठन नेशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) ने देश की सीमा पर तनाव की स्थिति को देखते हुए अगले महीने के अपने प्रस्तावित आंदोलन को फिलहाल के लिए टाल दिया है। गौरतलब है कि नरेश गोयल के स्वामित्व वाली इस एयरलाइन में फिलहाल 1,600 पायलट हैं। वहीं वित्तीय संकट से जूझ रही विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने जानकारी दी है कि किराया न चुका पाने के कारण उसके सात और विमान खड़े हो गए हैं।
कंपनी के सभी पायलटों में से 1,100 का प्रतिनिधित्व एनएजी की ओर से किया जाता है। पायलटों ने बीते सोमवार को कहा था कि वेतन में देरी के विरोध में वो अतिरिक्त ड्यूटी नहीं करेंगे और काले बैंड पहनकर विरोध जताएंगे। जानकारी के लिए आपको बता दें कि बीते साल अगस्त महीने से ही एयरलाइन्स अपने पायलटों, इंजीनियरों और वरिष्ठ प्रबंधन को समय पर वेतन नहीं दे पा रही है।
एनएजी ने अपने सदस्यों को पत्र लिखकर कहा,"आपको इस बात की जानकारी है कि हम एक मार्च से 'फ्लाइट सेफ्टी' की योजना बना रहे थे। हालांकि, सब कुछ ठीक समय पर करने की जरूरत है। सीमा पार से हुई घटनाओं के बाद से देश हाई अलर्ट पर है। ऐसे समय में यह जरूरी है कि हम देश के साथ खड़े हों।" गिल्ड ने आगे कहा कि सभी को सूचित किया जाता है कि फ्लाइट सेफ्टी पीरियड और ब्लैक बैंड प्रोटेस्ट को अगली सूचना तक के लिए रद्द किया जाता है।