Jet Airways का आखिरी समय आया नजदीक, जल्द शुरू हो सकती है लिक्विडिशन की प्रक्रिया
Liquidation Process of Jet Airways COC ने पहले ही निपटान अधिकारियों से जेट एयरवेज के लिक्विडिशन लायक संपत्तियों की लिस्ट तैयार करने को कहा हुआ है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। नकदी की तंगी के कारण बंद हुई जेट एयरवेज के लिक्विडिशन की प्रक्रिया निकट भविष्य में शुरू हो सकती है। नरेश गोयल द्वारा स्थापित जेट एयरवेज ने बीती 17 अप्रैल को परिचालन बंद कर दिया था। कर्जदाताओं द्वारा इमरजेंसी फंडिंग बंद करने के कारण एयरलाइन को अपना परिचलान बंद करना पड़ा था। अब ऐसा प्रतीत होता है कि जेट एयरवेज का अंतिम वक्त आ गया है और निकट भविष्य में इस दिवालिया हुई एयरलाइन के लिक्विडिशन प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
खरीदारों के ठंडे रवैये के कारण सीओसी जेट एयरवेज को लिक्विडेट करने के लिए मजबूर हो गई है और अब सीओसी अपनी अगली बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव ला सकती है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स से सामने आयी है। यहां यह बता दें कि सीओसी ने निपटान अधिकारियों से पहले ही जेट एयरवेज के लिक्विडेशन लायक संपत्तियों की लिस्ट तैयार करने को कहा हुआ है। गौरतलब है कि 20 जून 2019 को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने जेट एयरवेज की दिवालिया प्रक्रिया के तहत लिया था।
माना जा रहा है कि इस लिक्विडिशन की प्रक्रिया से जेट एयरवेज के कर्जदाताओं को कुल कर्ज का करीब 5 से 10 फीसद रिकवर करने में मदद मिलेगी। बता दें कि एयरलाइन पर वित्तीय लेनदारों के 10,220 करोड़ सहित कुल 30,588 करोड़ रुपये का कर्ज है। गौरतलब है कि 23 अगस्त को ईडी ने जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल के घर पर मनी लॉन्ड्रिंग और पैसों की हेराफेरी को लेकर छापेमारी भी की थी।
इससे पहले अप्रैल में जेट एयरवेज के कर्जदाताओं ने एयरलाइन के बेचान की कोशिश की थी, लेकिन वे यूएई की एतिहाद एयरलाइन के अलावा कोई और ग्राहक ढूंढ पाने में नाकाम रहे थे। एतिहाद जेट एयरवेज का रणनीतिक साझेदार है। हालांकि, सशर्त बोली रखने के कारण एतिहाद से बातचीत आगे नहीं बढ़ सकी।