जेट एयरवेज में गंभीर हुए हालात, खड़े हुए तीन और विमान - रद्द करना पड़ी 20 उड़ानें
कंपनी ने दिल्ली, चेन्नई, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, पोर्ट ब्लेयर और बेंगलुरू से आने और जाने वाली उड़ानों को रद्द किया है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। संकट से जूझ रही जेट एयरवेज में हालात अब गंभीर हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक लीजिंग कंपनियों के किराए का भुगतान नहीं किए जाने के कारण मंगलवार को इस कंपनी को अपने तीन विमान खडे़ करने पड़े, जिसकी वजह से करीब 20 घरेलू उड़ानों को रद्द करना पड़ा।
सूत्रों के मुताबिक इन विमानों को मिलाकर अब तक छह विमान खड़े किए जा चुके हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है, 'लीज पर लिए गए विमानों का भाड़ा नहीं चुकाने की वजह से कंपनी को तीन और बोइंग 737 विमानों को संचालन से हटाना पड़ा है।' कंपनी ने इसे लेकर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
कंपनी ने दिल्ली, चेन्नई, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, पोर्ट ब्लेयर और बेंगलुरू से आने और जाने वाली उड़ानों को रद्द किया है।
गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही इस कंपनी ने आखिरकार कर्ज के एक हिस्से को इक्विटी में बदलने का फैसला किया है। कंपनी ने सोमवार को शेयर बाजारों को दी जानकारी में कहा कि उसने इस पर फैसले के लिए 21 फरवरी को शेयरधारकों की असाधारण आमसभा बुलाई है। इसके साथ ही बैठक में कंपनी भविष्य में लिए जाने वाले कर्ज को भी इक्विटी में बदलने और कर्जदाताओं द्वारा नामित निदेशकों को बोर्ड में शामिल करने संबंधी प्रस्तावों पर विचार करेगी।
हालांकि कंपनी ने यह नहीं बताया कि वह कितने शेयरों को इक्विटी में बदलने की योजना बना रही है। जेट एयरवेज के कर्जदाताओं के समूह के सामने नई समाधान योजना के तहत कर्ज को इक्विटी में बदलना ही सबसे अच्छा रास्ता नजर आ रहा है। खबरों के मुताबिक इस प्रस्ताव के बाद एसबीआई विमानन कंपनी में करीब 15 फीसद हिस्सेदारी ले सकती है, वहीं एतिहाद की हिस्सेदारी मौजूदा 24 फीसद से बढ़कर 40 फीसद हो सकती है।
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