गहराया संकट: अब तक जेट एरयवेज के 23 विमान संचालन से बाहर, शेयरों में गिरावट
इन दो विमानों को संचालन से हटाए जाने के बाद विमानन कंपनी ने अब तक 23 विमानों को खड़ा कर दिया है जो कंपनी के बेड़े में शामिल विमानों की संख्या का करीब 20 फीसद है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क/एजेंसी)। संकट का सामना कर रही जेट एयरवेज को किराए का भुगतान नहीं कर पाने की वजह से दो और विमानों को संचालन से हटाना पड़ा है।
इन दो विमानों को संचालन से हटाए जाने के बाद विमानन कंपनी ने अब तक 23 विमानों को खड़ा कर दिया है, जो कंपनी के बेड़े में शामिल विमानों की संख्या का करीब 20 फीसद है।
शनिवार को स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा है, 'किराए पर विमान देने वाली कंपनी के किराए का भुगतान नहीं किए जाने की वजह दो और विमानों को संचालन से हटाना पड़ा है।'
कंपनी ने कहा कि वह विमान किराए पर देने वाली सभी कंपनियों से बातचीत कर रही है और साथ ही उन्हें नकदी संकट की स्थिति को सुधारने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी दी जा रही है। कंपनी ने कहा कि वह विमानों को संचालन से हटाए जाने की वजह से यात्रियों को होने वाली परेशानियों को हर संभव कम करने की कोशिश कर रही है। इसके साथ ही विमानन कंपनी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को भी लगातार सूचनाएं मुहैया करा रही है।
गौरतलब है कि 7 फरवरी को चार विमानों को संचालन से हटाए जाने के बाद कंपनी ने 23 फरवरी को दो और विमानों को संचालन से हटा लिया। किराए का भुगतान नहीं करने की वजह से कंपनी ने 27 और 28 फरवरी को क्रमश: सात और छह विमान खड़े कर दिए। इसके बाद शुक्रवार को भी दो और विमान संचालन से हटा लिए गए, जिसके बाद संचालन से बाहर किए गए विमानों की संख्या बढ़कर 23 हो गई।
कंपनी के शेयर टूटे: जेट एयरवेज के बोर्ड की तरफ से बैंकों के समाधान योजना को मंजूरी दिए जाने के बाद भी अभी तक नकदी संकट की स्थिति से नहीं निपटा जा सका है, जिसका असर कंपनी के शेयरों पर साफ दिख रहा है।
पिछले एक साल में जेट एयरवेज का शेयर करीब 65 फीसद से अधिक तक टूट चुका है। जबकि इस दौरान एविएशन सेक्टर में करीब 25 फीसद तक की गिरावट आई है।
दिसंबर तिमाही में कंपनी को 587.77 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
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