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Jet Airways को DGCA से मिला एयर ऑपरेटर का सर्टिफिकेट, एयरवेज जल्द शुरू करेगा कॉमर्शियल उड़ानें

Jet Airways को DGCA से एयर ऑपरेटर का सर्टिफिकेट मिल गया है। जेट एयरवेज बहुत जल्द कॉमर्शियल उड़ानें शुरू करेगा। घाटे और कर्ज के बोझ तले दबने के बाद अप्रैल 2019 में जेट एयरवेज ने काम करना बंद कर दिया था।

By Sarveshwar PathakEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 07:43 PM (IST)Updated: Sat, 21 May 2022 07:46 AM (IST)
Jet Airways को DGCA से मिला एयर ऑपरेटर का सर्टिफिकेट, एयरवेज जल्द शुरू करेगा कॉमर्शियल उड़ानें
Jet Airways को DGCA से मिला एयर ऑपरेटर का सर्टिफिकेट

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (Directorate General of Civil Aviation) प्रमुख ने 20 मई को कहा कि जेट एयरवेज को एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट दिया गया है। सर्टिफिकेट मिलने के बाद एयरलाइन को कॉमर्शियल उड़ान संचालन फिर से शुरू करने की अनुमति मिल जाएगी। अपनी वापसी पर जेट एयरवेज ने जुलाई-सितंबर में दिल्ली से मुंबई के लिए अपनी उद्घाटन निर्धारित उड़ान बनाने की योजना बनाई है।

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जेट एयरवेज के पास वर्तमान में 9 विमानों का बेड़ा है। जेट एयरवेज के पास पांच बोइंग 777 और चार बोइंग 737 है। एयरलाइन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एयरलाइन जुलाई-सितंबर से चुनिंदा उड़ानों का संचालन करना चाहती है। 2022-23 से शुरू होने वाले लंबी दूरी के मार्गों पर एक आसान स्विच सुनिश्चित करने के लिए धीरे-धीरे परिचालन में तेजी लाना चाहती है।

जेट एयरवेज जुलाई-सितंबर से भी दिल्ली और मुंबई के बीच रोजाना उड़ानों को शुरू करेगी और बेंगलुरु के लिए पांच साप्ताहिक उड़ानें और चेन्नई के लिए तीन की भी योजना बनाई है। इसके बाद एयरलाइन की हैदराबाद और जयपुर के लिए भी तीन साप्ताहिक उड़ानें शुरू करने की योजना है।

अप्रैल 2019 में जेट एयरवेज ने बंद किया था काम 

कलरॉक कैपिटल और मुरारी लाल जालान के कंसोर्टियम जेट के नए मालिकों ने पिछले साल 13 दिसंबर को सुरक्षा मंजूरी के लिए आवेदन किया था। पिछले महीने, एयरलाइन ने उद्योग के दिग्गज संजीव कपूर, विस्तारा के पूर्व मुख्य रणनीति और वाणिज्यिक अधिकारी को अपना मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया। जेट के पास पहले से ही 150 से अधिक कर्मचारी हैं। घाटे और कर्ज के बोझ तले दबने के बाद अप्रैल 2019 में जेट एयरवेज ने काम करना बंद कर दिया था।

इसे जून 2019 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल द्वारा दिवाला कार्यवाही के लिए स्वीकार किया गया था। दो साल की कार्यवाही के बाद अदालत ने पिछले साल जून में जालान-कलरॉक कंसोर्टियम की समाधान योजना को मंजूरी दी थी।


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