Japan की GDP में जून तिमाही में रिकॉर्ड संकुचन, COVID-19 की वजह से व्यक्तिगत खपत में भारी कमी
दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी इस महामारी की शुरुआत से पहले भी सुस्ती के दौर से गुजर रही थी। (PC Reuters)
टोक्यो, एपी। अप्रैल-जून तिमाही के दौरान जापान की अर्थव्यवस्था में 27.8 फीसद की सालाना दर से संकुचन दर्ज किया गया। यह पिछले 40 साल में देश की इकोनॉमी में दर्ज किया गया सबसे बड़ा संकुचन है। सरकार की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों में ऐसा कहा गया है। कैबिनेट ऑफिस के मुताबिक इस कैलेंडर वर्ष में जापान की GDP में तिमाही आधार पर 7.8 फीसद का संकुचन देखने को मिला। जापान की मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से जीडीपी में दर्ज की गई सबसे बड़ी गिरावट है। हालांकि, कैबिनेट ऑफिस ने कहा है कि तुलनात्मक रिकॉर्ड की शुरुआत 1980 से हुई थी। इससे पहले 2009 में सबसे ज्यादा संकुचन देखने को मिला था।
दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी इस महामारी की शुरुआत से पहले भी सुस्ती के दौर से गुजर रही थी। कोविड-19 से जुड़े मामलों और सोशल डिस्टेंसिंग से जुड़ी पाबंदियों के चलते अर्थव्यवस्था की स्थिति धीरे-धीरे और बिगड़ती चली गई।
जापान की अर्थव्यवस्था में जनवरी-मार्च तिमाही में 0.6 फीसद का संकुचन देखने को मिला। पिछले साल अक्टूबर-दिसंबर में इकोनॉमी में 1.8 फीसद का संकुचन देखने को मिला था। इसका मतलब है कि जापान की अर्थव्यवस्था इस कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही में मंदी में प्रवेश कर गई थी। लगातार दो तिमाहियों में अर्थव्यवस्था में संकुचन को आम तौर पर मंदी के रूप में परिभाषित किया जाता है।
अप्रैल-जून तिमाही के दौरान जापान के निर्यात में 56 फीसद की जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। वहीं, निजी खपत में करीब 29 फीसद की कमी देखने को मिली।
विशेषज्ञों का कहना है कि महामारी से जुड़े असर के कम होने के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में धीरे-धीरे रिकवरी की उम्मीद है। जापान की निर्यात पर आधारित अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से चीन की वृद्धि पर निर्भर करती है, जहां कोरोनावायरस महामारी की शुरुआत हुई थी।