जमशेद गोदरेज ने कहा दिसंबर में कैश की कमी दूर नहीं हुई तो बढ़ जाएंगी मुश्किलें
केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए गोदरेज एंड बॉयस के चेयरमैन जमशेद गोदरेज ने कहा कि सरकार को दिसंबर में कैश की कमी दूर करनी होगी
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए गोदरेज एंड बॉयस के चेयरमैन जमशेद गोदरेज ने कहा कि सरकार को दिसंबर में कैश की कमी दूर करनी होगी। उन्होंने कहा कि ऐसा नही करने पर लोगों की मुश्किलों में और इजाफा होगा। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी का फैसला बीते 8 नवंबर को लिया था।
रिटेल और ट्रेड पर पड़ा असर:
गोदरेज ने बताया कि नोटबंदी की वजह से रिटेल, डिस्ट्रीब्यूशन और ट्रेड पर निर्भर कारोबारों पर बड़ा असर देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि जब किसी बिजनेस में कैश के इस्तेमाल की बात होती है तो इसका मतलब हमेशा ब्लैक मनी से जुड़ा कैश नहीं होता, यह लीगल कैश भी हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि बाजार में प्रचलित 86 फीसदी (500 और 1000 रुपए के पुराने नोट) नकदी के अचानक वापस लेने से होलसेलर और रिटेलरों की मुश्किलें काफी हद तक बढ़ी हैं। इसका असर अर्ध-शहरी और ग्रामीण इलाकों में चल रहे बिजनस पर भी देखने को मिला है।
दिसंबर में दूर नहीं हुई कैश की किल्लत तो बढ़ेगी समस्या:
जमशेद गोदरेज ने कहा कि अगर मौजूदा कैश की किल्लत को दिसंबर महीने में दूर नहीं किया गया तो आगे आने वाले समय में दिक्कतों में और इजाफा होगा। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट्स (डिजिटल पेमेंट) की ओर एक झटके में शिफ्ट नहीं हुआ जा सकता है।