विमुद्रीकरण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है: अरुण जेटली
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि विमुद्रीकरण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
नई दिल्ली: विमुद्रीकरण की स्थिति, यानी पुराने नोटों की बजाए नए नोट उपलब्ध करवाए जाने की स्थिति लगभग सामान्य है और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) रोजाना नई करेंसी की आपूति की मॉनीटरिंग कर रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को खुद यह जानकारी दी है। वित्त मंत्री झारखंड ग्लोबल इंवेस्टर समिट 2017 में बोल रहे थे। उन्होंने यहां बोला कि कैश इकोनॉमी से अपराध और करापवंचन को बढ़ावा मिलता है।
क्या कहा वित्त मंत्री ने:
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, “जहां कर विमुद्रीकरण (remonetisation) की चिंता का सवाल है, स्थिति लगभग सामान्य है और आरबीआई नियमित तौर पर नई करेंसी की आपूर्ति की निगरानी (मॉनीटरिंग) कर रहा है।”
आपको बता दें कि बीते साल 8 नवंबर को केंद्र सरकार ने नोटबंदी का फैसला लिया था। इस फैसले से 9 नवंबर से बाजार में प्रचलित 86 फीसदी करेंसी अमान्य हो गई थी, यह करेंसी 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट थे। सरकार ने यह कदम कालेधन पर अंकुश लगाने और आतंकवाद का पोषण रोकने के लिए उठाया था। वहीं सरकार ने नोटबंदी के बाद डिजिटल पेमेंट को प्रोत्साहन देने के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रही है।
वित्त मंत्री से जब आरबीआई में जमा हुए पुराने नोटों की एक निश्चित संख्या के बारे में पूछा गया तो इस पर उन्होंने कहा कि आरबीआई गवर्नर ने हाल ही में बताया था कि केंद्रीय बैंक करेंसी वैरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही पुराने नोटों के बारे में निश्चित संख्या बताने की स्थित में होगा।