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Jagran Dialogues: क्रेडिट स्कोर को इस तरह बनाएं बेहतर; लोन और क्रेडिट कार्ड मिलने में नहीं होगी कोई परेशानी

Jagran Dialogues के हालिया एपिसोड में Credit Score या सिबिल स्कोर के महत्व पर विस्तार से चर्चा हुई। इस चर्चा में हिस्सा लेने वाले एक्सपर्ट्स ने कुछ ऐसे टिप्स साझा किए जिससे क्रेडिट स्कोर में सुधार किया जा सकता है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 01:16 PM (IST)Updated: Fri, 23 Jul 2021 07:01 AM (IST)
Jagran Dialogues: क्रेडिट स्कोर को इस तरह बनाएं बेहतर; लोन और क्रेडिट कार्ड मिलने में नहीं होगी कोई परेशानी
अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आपको आसानी से लोन और क्रेडिट कार्ड मिल जाता है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अगर आप लोन या क्रेडिट कार्ड लेने की सोच रहे हैं तो इस बात से अवगत होंगे कि आपका लेंडर लोन देने से पहले आपका क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर चेक करता है। दरअसल, क्रेडिट स्कोर से लेंडर को यह समझने में मदद मिलती है कि बॉरोअर ने अगर पहले कभी लोन लिया है तो उसका भुगतान समय पर किया है या नहीं। साथ ही अगर क्रेडिट कार्ड लिया है तो उसके बिल का भुगतान तय तारीख से पहले किया है या नहीं। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं होता है तो आपको लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने में परेशानी हो सकती है।

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वहीं, अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आपको आसानी से लोन और क्रेडिट कार्ड मिल जाता है। साथ ही संभव है कि बैंक आपको कम ब्याज दर की पेशकश भी कर दे।  

Jagran Dialogues के हालिया एपिसोड में Credit Score या सिबिल स्कोर के महत्व पर विस्तार से चर्चा हुई। इस चर्चा में हिस्सा लेने वाले एक्सपर्ट्स ने कुछ ऐसे टिप्स साझा किए, जिससे क्रेडिट स्कोर में सुधार किया जा सकता है। Jagran New Media के Manish Mishra और Varun Sharma ने इस मुद्दे पर  Fee Only Investment Adviser LLP के फाउंडर Harsh Roongta और सेबी रजिस्टर्ड इंवेस्टमेंट एडवाइजर Steven Fernandes से बातचीत की।  

इस बातचीत के कुछ संपादित अंश इस प्रकार हैंः 

1. क्रेडिट स्कोर क्या होता है? इसका महत्व क्या होता है?

Harsh Roongta: जब कोई व्यक्ति अगर किसी भी तरह का लोन या क्रेडिट कार्ड लेता है, तो उसका लेखा-जोखा चार क्रेडिट एजेंसियां रखती हैं। अगर आपने कहीं से कार लोन, होम लोन, पर्सनल लोन या फिर क्रेडिट कार्ड लिया तो उसका विवरण इन चारों एजेंसियों के पास जाता है। इसी तरह भुगतान का विवरण भी इन चारों एजेंसियों के पास जाता है। उससे होता यह है कि आपने अगर किसी बैंक या एनबीएफसी में लोन के लिए अप्लाई किया तो वह सबसे पहले आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को चेक करता है। उससे लेंडर को यह निर्णय लेने में आसानी होती है कि किसी भी व्यक्ति को लोन देना है या नहीं।  

यहां देख सकते हैं पूरी बातचीत 

2. किसी भी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर चार एजेंसियों के पास रहता है। इन स्कोर में भिन्नताएं देखने को मिलती हैं। ऐसा क्यों होता है?

Steven Fernandes: क्रेडिट स्कोर उसी का होता है, जिसने कभी कोई लोन लिया हो। आपके पास यह सहूलियत होती है कि आप साल में एक बार फ्री में क्रेडिट स्कोर डाउनलोड कर सकते हैं। अगर किसी ने कभी कोई लोन नहीं लिया है तो उसका क्रेडिट स्कोर जीरो आएगा। विभिन्न तरह के लोन के भुगतान एवं अन्य पहलुओं के आधार पर आपका क्रेडिट स्कोर तय होता है। अगर आपने हर तरह के लोन का समय पर भुगतान किया है तो आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होगा। आम तौर पर 700 से ज्यादा के क्रेडिट स्कोर को अच्छा क्रेडिट स्कोर माना जाता है।


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