युवाओं को नई तकनीक की ट्रेनिंग दें आइटी कंपनियां: नरायण मूर्ति
नरायण मूर्ति ने मंगलवार को कहा कि युवाओं को मशीन लर्निग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आइओटी) और ऑटोमेशन जैसी अत्याधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण देने पर कंपनियों को ध्यान देना चाहिए
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। इन्फोसिस के सह संस्थापक एनआर नरायण मूर्ति ने मंगलवार को कहा कि युवाओं को मशीन लर्निग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आइओटी) और ऑटोमेशन जैसी अत्याधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण देने पर कंपनियों को ध्यान देना चाहिए। इन तकनीकों का यदि सावधानीपूर्वक इस्तेमाल किया जाए तो यह कारोबार बढ़ाने में मदद पहुंचा सकती है।
मोबाइल कंप्यूटिंग और नेटवर्किंग पर सालाना अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में मूर्ति ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती आइओटी, मशीन लर्निग, डीप लर्निग और ऑटोमेशन जैसी तकनीक के लिए तैयार होने के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करने की जरूरत है। यदि हम रोजगार बढ़ाना चाहते हैं तो युवाओं को प्रशिक्षित करना होगा।
इन्फोसिस का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कंपनी के मैसूर प्रशिक्षण केंद्र में रोजाना 14,000 लोगों को प्रशिक्षण देने की क्षमता है। इन्फोसिस जैसी कंपनियां अपना काम करती रहेंगी। हम चाहते हैं कि हर कंपनी इस तरह का प्रशिक्षण देने पर ध्यान दें। हम चाहते हैं कि विश्वविद्यालय भी शिक्षा में इनोवेशन लाएं। समस्या निराकरण और स्वतंत्र चिंतन पर ध्यान दिया जाए। समग्र तौर पर भारतीय आइटी सेक्टर बड़ी संख्या में रोजगार देने में सफल रहा है।1ऑटोमेशन से रोजगार घटने के सवाल पर मूर्ति ने कहा कि ऐसा नहीं होगा। जब 70 के दशक की शुरुआत और 60 के दशक के आखिर में ब्रिटेन में बैंक कंप्यूटराइजेशन कर रहे थे, तब रोजगार घटने की चिंता के साथ इसका बड़े पैमाने पर विरोध हुआ था। अब आप देखिए कि क्या हुआ। बैंकों का विस्तार हुआ। अधिक लोगों को रोजगार मिला।