ईरान ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 50 फीसद बढ़ाई पेट्रोल की कीमत, दुनिया में पेट्रोल पर सबसे ज्यादा सब्सिडी देता है यह देश
समाचार एजेंसी इरना के मुताबिक पेट्रोल की बहुत कम कीमतों के चलते ईरान की आठ करोड़ की आबादी प्रतिदिन नौ करोड़ लीटर पेट्रोल खरीदती है।
तेहरान, एएफपी। ईरान ने पेट्रोल की राशनिंग पर रोक लगाते हुए इसकी कीमतें पचास फीसद बढ़ा दी हैं। यह कदम भारी खपत और तस्करी पर रोक लगाने के इरादे से उठाया गया है। ईरान दुनिया में पेट्रोल पर सबसे ज्यादा सब्सिडी प्रदान करता है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वहां के पेट्रोल पंप पर दस हजार रियाल अर्थात आठ रुपये से कम कीमत पर एक लीटर पेट्रोल मिल जाता है। सरकारी तेल कंपनी नेशनल ईरानियन ऑयल प्रोडक्टस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने कहा है कि प्रत्येक व्यक्ति जिसके पास फ्यूल कार्ड हैं, वह अब एक महीने में 60 लीटर पेट्रोल 15 हजार रियाल प्रति लीटर (लगभग 12 रुपये) की कीमत पर खरीद सकता है।
अगर उसे निर्धारित मात्रा से ज्यादा पेट्रोल खरीदना है तो तीस हजार रियाल (लगभग 16 रुपये) प्रति लीटर खर्च करने होंगे। सब्सिडी में सुधार और बड़े पैमाने पर हो रही तस्करी पर लगाम लगाने के लिए वर्ष 2007 में फ्यूल कार्ड की शुरुआत की गई थी। ईरानी अधिकारियों का कहना है कि इस मूल्य वृद्धि से प्राप्त रकम का उपयोग जरूरतमंद छह करोड़ लोगों को अतिरिक्त सब्सिडी प्रदान करने के लिए किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति हसन रूहानी ने भी पेट्रोल की कीमत बढ़ाने से मिलने वाले राजस्व का प्रयोग आम लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कहा है। समाचार एजेंसी इरना के मुताबिक पेट्रोल की बहुत कम कीमतों के चलते ईरान की आठ करोड़ की आबादी प्रतिदिन नौ करोड़ लीटर पेट्रोल खरीदती है। इसके अलावा रोजाना एक से दो करोड़ लीटर पेट्रोल की तस्करी होती है।