आरबीआई के कार्यालयों के बाहर लंबी लाइन के लिए अपात्र व्यक्ति जिम्मेदार
अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि अपात्र लोग रिजर्व बैंक के बाहर पुराने नोट बदलवाने के लिए लाइन लगा रहे हैं।
नई दिल्ली: सरकार ने मंगलवार को जानकारी दी है कि अपात्र लोग रिजर्व बैंक के बाहर पुराने नोट बदलवाने के लिए लाइन लगा रहे हैं और यही लोग केंद्रीय बैंक कार्यालयों में लंबी कतारों के लिए जिम्मेदार हैं। वित्त राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह बात कही।
उन्होंने राज्य सभा में सवाल का जवाब देते हुए कहा कि चलन से बाहर किए गए नोटों को बदलने के लिए तय किए गए भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यालयों के बाहर लंबी कतारें अपात्र व्यक्तियों के आने के कारण है। वो सदन में उस सवाल का जवाब दे रहे थे जिसमें कहा गया था कि क्या सरकार ने आरबीआई के विभिन्न कार्यालयों के बाहर के लोगों की लंबी लाइनें, नोट बदली मं देरी और लोगों के उत्पीड़न पर गौर किया है।
गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद पुराने नोट बदलवाने के लिए आरबीआई की ओर से 30 दिसंबर 2016 तक का वक्त दिया था और वहीं जो लोग इस अवधि के दौरान देश के बाहर थे उन्हें अपने पुराने 500 और 1000 रुपए के नोट बदलवाने के लिए 31 मार्च 2017 तक का वक्त दिया गया था। साथ ही विदेश के निवासी भारतीय नागरिकों के लिए यह छूट 30 जून तक है। ये पुराने नोट भारतीय रिजर्व बैंक के मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और नागपुर के कार्यालयों में बदले जा सकते हैं।