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भारत से चीनी खरीदने को तैयार है इंडोनेशिया, आयात शुल्क में चाहता है कटौती

भारत अपने सरप्लस चीनी के निर्यात के लिए चीन और इंडोनेशिया समेत तमाम देशों से बातचीत कर रहा है

By Praveen DwivediEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 03:39 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 06:31 PM (IST)
भारत से चीनी खरीदने को तैयार है इंडोनेशिया, आयात शुल्क में चाहता है कटौती
भारत से चीनी खरीदने को तैयार है इंडोनेशिया, आयात शुल्क में चाहता है कटौती

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। इंडोनेशिया भारत से चीनी खरीदने को इच्छुक है लेकिन वह यह भी चाहता है कि भारत रिफाइंड पॉम ऑयल और चीनी पर क्रमश: आयात शुल्क कम कर 45 फीसद एवं 5 फीसद पर ले आए। यह जानकारी सूत्रों के जरिए सामने आई है।

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दोनों देशों के बीच इन दो वस्तुओं के व्यापार की बातचीत के लिए इस सप्ताह एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल इंडोनेशिया के दौरे पर जा रहा है। जहां एक ओर भारत दुनिया का सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश है जिसके पास इसका निर्यात करने का अकूत भंडार है, वहीं इंडोनेशिया खाद्य तेल, खासकर के पॉम ऑयल का प्रमुख निर्माता देश है।

सूत्र के मुताबिक भारत अपने सरप्लस चीनी के निर्यात के लिए चीन और इंडोनेशिया समेत तमाम देशों से बातचीत कर रहा है ताकि मिल किसानों को गन्ना बकाए का स्पष्ट भुगतान किया जा सके। इंडोनेशिया सरकार का मानना है पॉम ऑयल और सुगर के लिए द्विपक्षीय करार हेतु बातचीत के लिए यह प्रतिकूल समय नहीं है, लेकिन वर्तमान कानूनों के बदलाव में अभी वक्त लगेगा ताकि व्यापार को सुगम किया जा सके।

सूत्रों ने बताया कि इसके बजाए, इंडोनेशिया ने भारत-एशियान मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के तहत एक व्यापार व्यवस्था का सुझाव दिया है ताकि रिफाइन्ड पॉम ऑयल और सुगर पर आयात शुल्क को क्रमश: 45 फीसद और 5 फीसद के अनुरूप लाया जा सके, जिससे कि व्यापार में आसानी हो। गौरतलब है कि वर्तमान समय में भारत रिफाइन्ड पॉम ऑयल पर 54 फीसद, क्रूड पॉम ऑयल पर 44 फीसद और सुगर पर 100 फीसद का आयात शुल्क लगाता है।


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