आरबीआई की रिपोर्ट में जीडीपी ग्रोथ 7.6 फीसद रहने की उम्मीद
भारतीय रिजर्व बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था की बढ़त की रफ्तार 7.6 फीसद रहने का अनुमान लगाया है। आरबीआई की सालाना रिपोर्ट को मुताबिक अभी महंगाई से राहत की उम्मीद नहीं है, बल्कि अगले कुछ महीनों में और बढ़ने वाली है। वहीं, आरबीआई नेे बैंकों को फटकार लगाई
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था की बढ़त की रफ्तार 7.6 फीसद रहने का अनुमान लगाया है। आरबीआई की सालाना रिपोर्ट को मुताबिक अभी महंगाई से राहत की उम्मीद नहीं है, बल्कि अगले कुछ महीनों में और बढ़ने वाली है। वहीं, आरबीआई नेे बैंकों को फटकार लगाई है। आरबीआई का कहना है कि बैंक ब्याज दरों में कटौती का पूरा फायदा ग्राहकों को नहीं दे रहे हैं। साथ ही बैंकों के बढ़ते एनपीए पर भी आरबीआई ने चिंता जताई है। आरबीआई के मुताबिक 2015-16 में चालू खाते का घाटा 1.5 फीसद के नीचे रहने का अनुमान है।
आरबीआई ने सालाना रिपोर्ट में क्षमता से कम अर्थव्यवस्था की बढ़त पर पर चिंता जताई गई है और कहा है कि ग्रोथ की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है। आरबीआई ने बैंकों को फटकार लगाते हुए कहा कि बैंकों को एनपीए काबू में रखने पर जोर देना चाहिए। आरबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्लास्टिक के नोट जल्द बाजार में आएंगे। बैंकों का एनपीए घटाने की जरूरत है और रेगुलेटरी मुद्दों पर जनवरी तक मास्टर डॉक्यूमेंट आएगा। आरबीआई का ग्रोथ की रफ्तार बढ़ाने पर जोर है।