ऑल टाईम हाई के करीब स्टॉक मार्केट, जानिए कौन से बड़े फैक्टर तय करेंगे आगे बाजार की दिशा
बीते दो वर्षों में पहली बार सेंसेक्स ने पिछले हफ्ते 30,000 के अहम स्तर को छुआ
नई दिल्ली (शुभम शंखधर)। मार्च 2015 के बाद पहली बार सेंसेक्स ने बीते हफ्ते 30,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को छुआ। वहीं निफ्टी ने भी 9273.90 का नया हाई बनाया। ऑल टाईम हाई के पास ट्रेड कर रहे भारतीय शेयर बाजार मौजूदा स्तर से बड़ी तेजी दिखा सकते हैं या मौजूदा स्तर से मुनाफावसूली हावी होती दिखेगी? यह प्रश्न इस समय बाजार में कारोबार करने वाले हर उस व्यक्ति के मन में है जो छोटी से मध्यम अवधि के लिए बाजार में निवेश के मौके तलाश रहा है।
अगले हफ्ते के लिए बड़े फैक्टर
आरबीआई की क्रेडिट पॉलिसी, राज्यसभा में जीएसटी का पास होना, अमेरिका का सीरिया पर मिसाइल अटैक और फेडरल रिजर्व की बैठक के आउटकम बड़े घटनाक्रम वाले बीते हफ्ते में सेंसेक्स और निफ्टी 0.3 फीसद चढ़े। एक्सपर्ट मान रहे हैं कि अगले हफ्ते भारतीय बाजार की दिशा ग्लोबल मार्केट पर निर्भर करेगी। वहीं चौथाई तिमाही के नतीजों का आगाज, IIP और महंगाई के आंकड़े, रूपए की चाल और विदेशी निवेशकों की खरीदारी या बिकवाली बाजार के लिए अहम संकेत होंगे।
चौथी तिमाही के नतीजों का आगाज
13 अप्रैल को दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस चौथी तिमाही के नतीजे जारी करेगी। इसके साथ ही चौथी तिमाही के नतीजों का आगाज होगा। ऑटोमेशन और वीजा दिक्कतों के बीच इंफोसिस के नतीजे सेक्टर की स्थिति सामने रखेंगे, जो अन्य आईटी कंपनियों के लिए भी संकेत होंगे।
IIP और महंगाई के आंकड़े
• 12 अप्रैल को फरवरी महीने के आईआईपी आंकड़े सामने आएंगे। जनवरी में आईआईपी में 2.7 फीसद की अच्छी ग्रोथ देखने को मिली थी। अगर यह ग्रोथ जारी रहती है तो बाजार के लिए यह सकारात्मक संकेत होगा।
• 12 अप्रैल को मार्च महीने के लिए खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी किये जाएंगे। वहीं 14 अप्रैल को थोक महंगाई के आंकड़े जारी होंगे। फरवरी महीने में खुदरा और थोक महंगाई दोनों में बढ़ोतरी देखने को मिली थी। फरवरी में खुदरा महंगाई दर 3.17 फीसद से बढ़कर फरवरी में 3.65 फीसद के स्तर पर रही थी। वहीं थोक महंगाई दर 5.25 फीसद से बढ़कर 6.55 फीसद रही। महंगाई में यह बढ़त पेट्रोल-डील की बढ़ती कीमतों के कारण देखने को मिली थी।
• विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से जबरदस्त खरीदारी के बल पर डॉलर के मुकाबले रुपया 20 महीने की ऊंचाई पर कारोबार कर रहा है। रुपए का मजबूत होता बाजार के लिए सकारात्मक है। गौरतलब है कि FIIs ने मार्च महीने में भारतीय शेयर बाजार में 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की खरीदारी की है। यह खरीदारी जारी रहती है तो बाजार में नए शिखर देखने को मिल सकते हैं।
एक्सपर्ट का नजरिया
एक्सकॉर्ट सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड आसिफ इकबाल का मानना है कि मौजूदा स्तर से बाजार में कुछ मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है जो बाजार के लिए निश्चित तौर पर सेहतमंद होगी। आसिफ के मुताबिक बाजार ऊपर या नीचे की तरफ कोई भी बड़ी दिशा पकड़ने से पहले मौजूदा स्तर के आसपास कंसॉलिडेट करेगा। मध्यम अवधि के लिहाज से बाजार के लिए कंपनियों के तिमाही नतीजे, मानसून और जीएसटी का लागू होना ये तीन फैक्टर सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होंगे।
टेक्निकल चार्ट पर निफ्टी
टेक्निकल एनालिस्ट और शेयरटिप्स इंफो के फाउंडर ऋषि सखूजा का मानना है कि मौजूदा स्तर पर निफ्टी कुछ समय कंसॉलिडेट कर सकता है। लेकिन निफ्टी की चाल सकारात्मक रहेगी। ऊपर की तरफ निफ्टी के लिए बाधाएं (रेजिस्टेंस) 9225, 9270 और 9340 के स्तर पर रहेंगी। वहीं नीचे की तरफ सपोर्ट 9130, 9080 और 9000 के स्तर पर है। इन लेवल को दिमाग में रखते हुए कोई भी निवेशक चुनिंदा शेयरों में निवेश की रणनीति बना सकता है।