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इंडियन ओवरसीज बैंक ने ब्याज दरों में किया बदलाव, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने MCLR में की कटौती, जानिए नए रेट

आईओबी ने एक नवंबर से ब्याज दरों कटौती का एलान किया है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट में कटौती की है।

By NiteshEdited By: Published: Thu, 10 Oct 2019 06:54 PM (IST)Updated: Fri, 11 Oct 2019 08:02 AM (IST)
इंडियन ओवरसीज बैंक ने ब्याज दरों में किया बदलाव, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने MCLR में की कटौती, जानिए नए रेट
इंडियन ओवरसीज बैंक ने ब्याज दरों में किया बदलाव, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने MCLR में की कटौती, जानिए नए रेट

नई दिल्ली, पीटीआइ। इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने एक नवंबर से ब्याज दरों कटौती का एलान किया है। बैंक अपने खुदरा और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों के लिए कर्ज पर ब्याज दर में 0.25 फीसद की कटौती करेगा। बैंक ने एक बयान में कहा कि एक नवंबर से रिटेल सेगमेंट, होम, वाहन, शिक्षा, सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों के लिए कर्ज पर ब्याज दर में 0.25 फीसद की कटौती की जाएगी। वहीं रेपो दर से जुड़ी कर्ज दर को भी 8.25 फीसद से घटाकर 8 फीसद किया जाएगा। बता दें कि आरबीआई की ओर से बैंक रेपो रेट में 0.25 फीसद की कटौती के बाद इंडियन ओवरसीज बैंक ने अपनी कर्ज दरों में बदलाव की घोषणा की है। इंडियन ओवरसीज बैंक ने कहा कि रिटेल सेगमेंट और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों को कर्ज को तत्काल प्रभाव से रेपो से जुड़ी कर्ज दरों से जोड़ दिया है।

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बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने MCLR में की कटौती

बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.10 फीसद तक की कटौती की है। बैंक ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में बताया कि एक साल की मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट अब 8.40 फीसद रहेगी। यह आठ अक्टूबर से लागू है। एक दिन से लेकर छह महीने के कर्ज पर MCLR को 0.10 फीसद घटाकर 8.05 से 8.30 फीसद रेंज में किया गया है। बैंक ने रेपो दर से जुड़ी लोन दर को भी आठ अक्टूबर से 0.25 फीसद घटाकर 8.45 फीसद से 8.20 फीसद कर दिया है। बैंक ने अपनी आधार दर को सालाना 9.50 फीसद पर बरकरार रखा है।

गौरतलब है कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सभी मैच्योरिटी के कर्ज पर मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) को 0.10 फीसद कम करने का एलान किया। बैंक ने बुधवार को इसकी घोषणा की थी। बैंक ने कहा कि बदली गई दरें 10 अक्टूबर से प्रभावी होंगी। बैंक ने इस साल एमसीएलआर में छठीवीं बार कटौती की है। यह कटौती रेपो दर से जुड़े कर्ज पर प्रभावी नहीं होगी। इस कटौती के बाद से एक साल के कर्ज का एलसीएलआर कम होकर 8.05 फीसद पर आ गया है। बैंक ने कहा है कि त्योहारी मौसम को देखते हुए उसने यह कदम उठाया है। बैंक के इस फैसले से बड़ी संख्या में लोगों को फायदा पहुंचेगा क्योंकि SBI देश का सबसे बड़ा बैंक है। स्टेट बैंक परिसंपत्ति, जमा, शाखाओं, ग्राहकों और कर्मचारियों के लिहाज से देश का सबसे बड़ा कॉमर्शियल बैंक है। उल्लेखनीय है कि एसबीआई ने नए बॉरोअर्स के लिए रेपो रेट आधारित होम लोन स्कीम भी पेश किया है।


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