Move to Jagran APP

चीन के खिलाफ माहौल का भारतीय निर्यातकों को मिलने लगा फायदा, कई देश कर रहे संपर्क

चीन से सामान लेने वाले कई देश अब भारतीय निर्यातकों से माल लेने के लिए कर संपर्क रहे हैं।फिलहाल गारमेंट लेदर एवं इंजीनियरिंग गुड्स निर्यातकों को फायदा हो सकता है।

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Thu, 25 Jun 2020 07:44 PM (IST)Updated: Sat, 27 Jun 2020 04:27 PM (IST)
चीन के खिलाफ माहौल का भारतीय निर्यातकों को मिलने लगा फायदा, कई देश कर रहे संपर्क
चीन के खिलाफ माहौल का भारतीय निर्यातकों को मिलने लगा फायदा, कई देश कर रहे संपर्क

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कोविड-19 की वजह से वैश्विक स्तर पर चीन के खिलाफ बनने वाले माहौल का फायदा भारतीय निर्यातकों को मिलने लगा है। चीन से सामान खरीदने वाले कई देश अब खरीदारी के लिए भारतीय निर्यातकों से संपर्क कर रहे हैं। गारमेंट्स, लेदर एवं इंजीनियरिंग गुड्स के निर्यातकों के पास इन दिनों यूरोप के कई देशों के साथ जापान, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों से खरीदारी के लिए पूछताछ की जा रही है।

loksabha election banner

निर्यातकों के मुताबिक चीन सालाना 2500 अरब डॉलर का निर्यात करता है और अगर चीन का एक फीसद निर्यात भी भारत की ओर शिफ्ट होता है तो भारत को 25 अरब डॉलर का नया ऑर्डर मिलेगा जो भारतीय निर्यात का लगभग 8 फीसद है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशंस (फियो) के अध्यक्ष शरद कुमार सराफ कहते हैं, चीन के खिलाफ जो माहौल बना है, निश्चित रूप से हमें उसका लाभ मिलने जा रहा है। निर्यात के कई क्षेत्र में उन देशों से खरीदारी के लिए पूछताछ की जा रही है, जो अब तक चीन से माल खरीदते थे।

निर्यातकों के मुताबिक बहुत ही सोच-समझ कर खरीदारी करने वाला देश जापान इन दिनों भारत से गारमेंट खरीदने में दिलचस्पी ले रहा है। जापान चीन से पहले से ही नाखुश है और कोविड-19 के बाद तो जापान चीन में काम कर रही सभी जापानी कंपनियों को चीन से निकलने के लिए इंसेंटिव तक दे रहा है। इंजीनियरिंग गुड्स के निर्यातक एस.सी. रल्हन के मुताबिक चीन से मोहभंग होने से यूरोप व अमेरिका के कई नए खरीदार उनसे लगातार पूछताछ कर रहे हैं। इन पूछताछ के ऑर्डर में बदलने की पूरी संभावना है।

लेदर गुड्स के निर्यातकों के मुताबिक चीन को छोड़ कई देश भारत को ऑर्डर देना चाह रहे है, लेकिन कच्चे माल की पर्याप्त आपूर्ति और तय समय पर ऑर्डर की डिलीवरी करने पर ही उस देश के साथ उनके संबंध मजबूत बनेंगे।

चालू वित्त वर्ष में निर्यात में 10 फीसद तक की गिरावट

कोरोना की वजह से चालू वित्त वर्ष 2020-21 में पिछले वित्त वर्ष 2019-20 के मुकाबले 10 फीसद की गिरावट का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष के पहले दो अप्रैल-मई महीनों में वस्तुओं के निर्यात में पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 47 फीसदी की गिरावट रही है।

पोर्ट पर चीन से आने वाले कंटेनर की पूरी चेंकिंग पर रोक की मांग

निर्यातकों ने बताया कि सरकार की तरफ से बिना किसी आदेश के पोर्ट पर चीन से आने वाले कंटेनर के हर एक सामान की फिजिकल जांच की जा रही है। इस कारण पोर्ट से माल निकलने में देरी के साथ सामान के खराब होने की भी आशंका है। निर्यातकों के मुताबिक कई ऐसे सामान खासकर इलेक्ट्रॉनिक्स व मोबाइल से जुड़े सामान इतने नाजुक होते हैं कि गहन चेंकिंग के दौरान उनके टूटने की आशंका रहती है। पोर्ट से माल देरी से निकलने से उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है। कोविड-19 की वजह से पहले से ही वे कारोबारी दबाव में है। फियो ने वाणिज्य सचिव से इस मामले में हस्तक्षेप कर इस प्रकार की चेकिंग पर तुरंत रोक लगवाने की गुजारिश की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.