अगले साल की पहली तिमाही में कंपनियों की अधिक नियुक्तियों की योजना : सर्वे
मैनपावर ग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वे में देशभर के 1518 नियोक्तओं के विचार लिए गए हैं। सर्वे में कहा गया है कि 2021 की पहली तिमाही में रोजगार का परिदृश्य बेहतर दिख रहा है। तिमाही के लिए शुद्ध रोजगार परिदृश्य पांच प्रतिशत रहा है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय कॉरपोरेट जगत में सुधार के मजबूत संकेत दिखने लगे हैं। एक सर्वे में मंगलवार को कहा गया है कि 2021 की पहली तिमाही जनवरी-मार्च के दौरान कंपनियों ने दिसंबर में समाप्त होने वाली तिमाही की तुलना में अधिक नियुक्तियों की मंशा जताई है।
मैनपावर ग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वे में देशभर के 1,518 नियोक्तओं के विचार लिए गए हैं। सर्वे में कहा गया है कि 2021 की पहली तिमाही में रोजगार का परिदृश्य बेहतर दिख रहा है। तिमाही के लिए शुद्ध रोजगार परिदृश्य पांच प्रतिशत रहा है। दिसंबर तिमाही की तुलना में 2021 की पहली तिमाही में परिदृश्य में दो प्रतिशत अंक की वृद्धि हुई है। सर्वे में कहा गया है कि पहली तिमाही में वित्त, बीमा, रीयल एस्टेट तथा खनन एवं निर्माण क्षेत्रों की वजह से रोजगार बाजार बढ़ेगा। अन्य सभी क्षेत्रों में रोजगार की वृद्धि नकारात्मक रहेगी।
मैनपावर ग्रुप इंडिया के समूह प्रबंध निदेशक संदीप गुलाटी ने कहा, ‘‘कॉरपोरेट भारत में मजबूत सुधार का संकेत मिल रहा है और बाजार में कुल धारणा सकारात्मक है।’’ उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार के उपायों तथा नीतियों पर ध्यान देने से निजी क्षेत्र को प्रोत्साहन मिल रहा है। साथ ही प्रतिस्पर्धा तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान भी क्षेत्र को प्रोत्साहन दे रहे हैं।’’
त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे रफ़्तार पकड़ रही है। नियोक्ता अगले छह से नौ महीनों के भीतर काम पर रखने के संदर्भ में एक आशावादी दृष्टिकोण दिखा रहे हैं।
मैनपावरग्रुप के सर्वे के अनुसार, जिसमें Covid -19 का प्रभाव भी शामिल है, लगभग 65 प्रतिशत नियोक्ताओं ने बताया कि वे दिसंबर तिमाही में 44 प्रतिशत की तुलना में अगले नौ महीनों के भीतर लोगों को प्री कोविड के समय तरह काम पर रख सकते हैं। इसके अलावा गुलाटी ने कहा कि हाल ही में लोकसभा में पारित श्रम सुधार बिलों से भी श्रम बल और नियोक्ताओं को समान रूप से लाभ होगा। उन्होंने कहा कि श्रम सुधार लंबे समय से लंबित थे क्योंकि मौजूदा कानून पुरातन हैं।