भारतीय अर्थव्यवस्था में वित्त वर्ष 2021 में आ सकती है तीन फीसद की मंदी: बैंक ऑफ अमेरिका
बैंक ऑफ अमेरिका सिक्युरिटीज का तीन फीसद मंदी का अनुमान इस आधार पर है कि अगस्त के मध्य से अर्थव्यवस्था पूरी तरह खुल जाएगी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। अगर यह मानकर चलें कि अगले महीने से अर्थव्यवस्था पूरी तरह खुल जाएगी, तो कोरोना वायरस महामारी के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था में वित्त वर्ष 2021 में तीन फीसद की मंदी देखने को मिलेगी। यह बात गुरुवार को बैंक ऑफ अमेरिका सिक्युरिटीज द्वारा कही गई है। साथ ही बैंक ऑफ अमेरिका ने कहा कि आरबीआइ द्वारा 95 अरब डॉलर की सरकारी बॉन्ड्स की खरीदी कर वित्तीय घाटे की भरपाई की जा सकती है। साथ ही 127 अरब डॉलर सरकारी बैंको के री-कैपिटलाइजेशन पर खर्च किये जा सकते है।
अर्थशास्त्रियों द्वारा लगातार वित्त वर्ष 2021 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था में ग्रोथ के अनुमान को नकारात्मक बताया जा रहा है। अर्थशास्त्री कोरोना वायरस प्रकोप के चलते यह अनुमान लगा रहे हैं। आरबीआई सहित सभी बड़ी संस्थाओं को यह लगता है कि भारत की जीडीपी ग्रोथ इस साल नकारात्मक रहेगी। कुछ अनुमान तो सात फीसद तक नेगेटिव ग्रोथ भी बता रहे हैं।
यह भी पढ़ें: Gold Price Today: सोने के वायदा भाव में गिरावट, चांदी में आई तेजी, जानिए क्या हैं दाम
बैंक ऑफ अमेरिका सिक्युरिटीज का तीन फीसद मंदी का अनुमान इस आधार पर है कि अगस्त के मध्य से अर्थव्यवस्था पूरी तरह खुल जाएगी। अगर कोरोना संकट लंबा चलता है तो मंदी पांच फीसद तक भी जा सकती है।
सिक्युरिटीज के भारतीय अर्थशास्त्री इंद्रनील सेनगुप्ता का अनुमान अन्य अर्थशास्त्रियों की तुलना में अधिक पॉजिटिव है। उनके अनुसार, अप्रैल और मई में जीडीपी में तीन फीसद की मंदी आई है, लेकिन अब लॉकडाउन में ढील के चलते हर महीने एक फीसद की ही मंदी आ रही है। गुप्ता ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सात फीसद से भी अधिक की दर से ग्रोथ करने की क्षमता है।
यह भी पढ़ें: SBI Special FD सीनियर सिटीजंस के लिए यहां मिल रहा अधिक ब्याज, 30 सितंबर तक उठाएं लाभ