अगले 24 महीने तक दिख सकती है इंडियन कार्पोरेट के राजस्व में सुस्ती: एसएंडपी
एसएंडपी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वैश्विक जोखिम जैसे कमोडिटी की कीमतों में स्थिरता और अमेरिका और चीन से होने वाली मांग अगले वर्ष या दो वर्षों में घरेलू मांग की तुलना में भारतीय कंपनियों पर ज्यादा असर डालेगी
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग एजेंसी का कहना है कि अगले 12 से 24 महीनों तक इंडियन कार्पोरेट के राजस्व में गिरावट की स्थिति देखने को मिल सकती है।
'भारतीय कॉर्पोरेट 2019 आउटलुक- सतर्कता का समय' नामक शीर्षक से प्रकाशित अपनी इस रिपोर्ट में एसएंडपी ने कहा, "इस वर्ष भारत में केंद्र सरकार के चुनाव भारतीय कॉरपोरेट्स के लिए अतिरिक्त जोखिम पैदा कर सकते हैं। प्रशासन में परिवर्तन सरकार के खर्च को विस्तार दे सकता है, जो उधार लेने की लागत को या मुद्रास्फीति को बढ़ाता है।"
इस रिपोर्ट में कहा गया कि वैश्विक जोखिम जैसे कमोडिटी की कीमतों में स्थिरता और अमेरिका और चीन से होने वाली मांग अगले वर्ष या दो वर्षों में घरेलू मांग की तुलना में भारतीय कंपनियों पर ज्यादा असर डालेगी। इसमें कहा गया, "भारतीय कंपनियों की रेवेन्यू ग्रोथ जिसके बारे में एसएंडपी ग्लोबल रेटिग्स ने जिक्र किया है वो अगले 12 से 24 महीनों में सुस्त रह सकती है।" रेटेड कॉर्पोरेट के लिए रेवेन्यू के संदर्भ में माहौल वैश्विक जोखिमों का सामना कर रहा है जैसे कि चीन की मंदी, व्यापार युद्ध में इजाफा और ब्रेग्जिट की अव्यवस्था।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के क्रेडिट एनालिस्ट कृष्णाकुमार सोमासुंदरम विश्वनाथन ने बताया, "कम लागत, क्षमता विस्तार, और नरम इनपुट कीमतों को देखते हुए भारतीय कार्पोरेट का प्रदर्शन स्थिर रहना चाहिए।"