Move to Jagran APP

भारतीय बैंकों में बढ़ते फ्रॉड पर डेलॉएट ने जताई चिंता, कहा-भविष्य में बढ़ सकते हैं ऐसे मामले

डेलॉएट इंडिया बैंकिंग फ्रॉड सर्वे के तीसरे संस्करण के अनुसार लगभग 84 फीसदी लोगों ने घोटालों में बढ़ोतरी का उल्लेख किया।

By NiteshEdited By: Published: Mon, 26 Nov 2018 06:42 PM (IST)Updated: Mon, 26 Nov 2018 06:42 PM (IST)
भारतीय बैंकों में बढ़ते फ्रॉड पर डेलॉएट ने जताई चिंता, कहा-भविष्य में बढ़ सकते हैं ऐसे मामले
भारतीय बैंकों में बढ़ते फ्रॉड पर डेलॉएट ने जताई चिंता, कहा-भविष्य में बढ़ सकते हैं ऐसे मामले

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) में देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले का जिक्र करते हुए ब्रिटेन की बहुराष्ट्रीय कंपनी डेलॉएट ने बताया है कि देश में बैंकिंग घोटाले बढ़े हैं और आगे भी इसमें कमी आने की उम्मीद नहीं है।

loksabha election banner

डेलॉएट ने कहा कि बैंकों की तरफ से वित्तीय अपराध को रोकने की दिशा में उठाए जाने वाले समग्र कदम के अभाव की वजह से ऐसा हो रहा है। रविवार को जारी हुए डेलॉएट इंडिया बैंकिंग फ्रॉड सर्वे के तीसरे संस्करण के अनुसार लगभग 84 फीसदी लोगों ने घोटालों में बढ़ोतरी का उल्लेख किया।

कंपनी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, ‘धोखाधड़ी के मामलों में बढ़ोतरी हुई है और (यह आगे भी बढ़ता रहेगा।) ऐसा लग रहा है कि बैंक धोखाधड़ी के मामलों को रोकने के मामले में अपनी क्षमता को कमतर आंक रहे हैं और इससे एंटी-फ्रॉड मैकेनिज्म को लागू करने की कोशिश पर उल्टा असर पड़ सकता है।’

गौरतलब है कि फरवरी में पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) में 14,000 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया था, जिसके मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी देश से फरार हैं।

डेलॉएट के सर्वेक्षण में चार प्रकार के घोटालों का जिक्र किया गया- फर्जी दस्तावेज, साइबर क्राइम, कंपनियों की अतिरिक्त कीमत या अस्तित्व में ना होना और धन का गबन।

सर्वेक्षण में घोटालों की बढ़ती संख्या के लिए कुछ प्रमुख कारणों की पहचान हुई जिनमें नई प्रौद्योगिकी का उपयोग और डिजिटल माध्यमों का उपयोग है जिसके कारण घोटाले को पहचानना मुश्किल हो गया है।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.