इक्विटी के जरिए पैसा जुटाने के मामले में इंडिया टॉप पर
इक्विटी रुट के जरिए पैसा जुटाने वाले उभरते बाजारों में भारत सबसे बड़ा बाजार बनकर उभरा है
नई दिल्ली (जेएनएन)। इस साल जनवरी से लेकर अब तक इक्विटी रुट के जरिए पैसा जुटाने वाले उभरते बाजारों में भारत सबसे बड़ा बाजार बनकर उभरा है। इसके बाद चीन, साउथ कोरिया और ब्राजील का नाम आता है। यह जानकारी ब्लूमबर्ग के एक डेटा के जरिए सामने आई है। यह खबर इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित हुई है।
क्या कहता है ब्लूमबर्ग का डेटा:
ब्लूमबर्ग के ताजा डेटा के मुताबिक, इंडियन इक्विटी कैपिटल मार्केट (ईसीएम) डील्स के जरिये इस साल अब तक 10.1 अरब डॉलर की रकम जुटाई जा चुकी है। यह रकम आईपीओ, फॉलो ऑन पब्लिक ऑफरिंग्स (एफपीओ) और क्वॉलिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट्स (क्यूआईपी) से जुटाई गई है। इसके बाद 9.54 अरब डॉलर के साथ चीन दूसरे नंबर पर है। दक्षिण कोरिया की कंपनियों ने ईसीएम रूट से 6.77 अरब डॉलर की रकम जुटाई है।
साल 2007 के दौरान भारतीय कंपनियों ने जुटाए 23.38 अरब डॉलर:
साल 2007 के दौरान जब बाजार तेजी (बुल) का रुख दिखा था उस दौरान भारतीय कंपनियों ने करीब 23.38 अरब डॉलर की रकम जुटाई थी। विदेशी निवेशक भारत में बड़े आईपीओ और क्यूआईपी में पैसे लगा रहे हैं। विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजारों पर भरोसा इसलिए बढ़ा है क्योंकि स्थिर सरकार, लगातार रिफॉर्म्स जारी रहने, मजबूत करंसी और आनेवाली कुछ तिमाहियों में कंपनियों की प्रॉफिट ग्रोथ बढ़ने की उम्मीद बढ़ी है।
गौरतलब है कि भारत में पिछले साल पहली छमाही में भी ईसीएम रूट से करीब इतना ही पैसा जुटाया गया था। मर्चेंट बैंकरों का कहना है कि इस साल इक्विटी रूट से 20 अरब डॉलर से अधिक रकम भारतीय कंपनियां जुटा सकती हैं।