भारत अगले 8 साल तक सालाना औसतन 7.8 फीसद वृद्धि दर्ज करेगा: रिपोर्ट
भारत अगले आठ साल तक सालाना औसतन 7.9 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर दर्ज करते हुए इस मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। भारत के जीडीपी ( सकल घरेलू उत्पाद) की वृद्धि दर दुनिया के प्रमुख देशों में सर्वाधिक रहेगी। यह बात हार्वर्ड विश्वविद्यालय के एक अध्ययन में कही
न्यूयार्क। भारत अगले आठ साल तक सालाना औसतन 7.9 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर दर्ज करते हुए इस मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। भारत के जीडीपी ( सकल घरेलू उत्पाद) की वृद्धि दर दुनिया के प्रमुख देशों में सर्वाधिक रहेगी। यह बात हार्वर्ड विश्वविद्यालय के एक अध्ययन में कही गयी है। अध्ययन के अनुसार उभरते बाजारों की आर्थिक वृद्धि विकसित देशों से उपर रहेगी।
हार्वर्ड विश्वविद्यालय में सेंटर फार इंटरनेशनल डेवलपमेंट (सीआईडी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘दशकों तक वृद्धि के मामले में अपने पड़ोसी और आर्थिक प्रतिद्वंदी(चीन) से पीछे रहने के बाद भारत इस संदर्भ में अगले आठ साल में शीर्ष पर होगा।’ अध्ययन में भारत की आर्थिक वृद्धि दर अगले आठ साल में सालाना औसतन 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो चीन के लिये 4.6 प्रतिशत वृद्धि के अनुमान से करीब दोगुना है।
हार्वर्ड केनेडी स्कूल के आर्थिक विकास विषय के प्रोफेसर और सीआईडी के निदेशक रिकाडरे हाउसमैन ने कहा कि हमारे अनुमान में भारत की सालाना औसत आर्थिक वृद्धि अगले आठ साल यानी 2023 तक 7.9 प्रतिशत रहेगी। यह चीन की अनुमानित वृद्धि से अधिक है जो 4.6 प्रतिशत के आस पास रह सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार पिछले करीब ढाई दशक में चीन की वृद्धि दर 9.1 प्रतिशत रही है। ऐसे में मौजूदा वृद्धि अनुमान चीन के लिये नरमी का संकेत है। हालांकि यह अनुमान अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष तथा चीन के 2020 तक 6 प्रतिशत के अनुमान से कम है।
अध्ययन में पाकिस्तान की वृद्धि दर 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। साथ ही पूर्वी अफ्रीका (यूंगांडा, तंजानिया, केन्या और मेडागास्कर) के लिये सकारात्मक आर्थिक वृद्धि परिदृश्य को प्रस्तुत किया गया है।