इस साल (-) 10.3% पर रह सकती है भारत की आर्थिक वृद्धि दर; 2021 में आएगा 8.8 प्रतिशत का उछाल: IMF
कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित भारतीय अर्थव्यवस्था में इस वर्ष 10.3 फीसद के जबरदस्त संकुचन का अनुमान है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मंगलवार को यह अनुमान जाहिर किया। वहीं इस वर्ष वैश्विक अर्थव्यवस्था में 4.4 फीसद की गिरावट का अनुमान जताया गया है।
वाशिंगटन, पीटीआइ। कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित भारतीय अर्थव्यवस्था में इस वर्ष 10.3 फीसद के जबरदस्त संकुचन का अनुमान है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मंगलवार को यह अनुमान जाहिर किया। वहीं, इस वर्ष वैश्विक अर्थव्यवस्था में 4.4 फीसद की गिरावट और 2021 में 5.2 प्रतिशत की तेज वृद्धि के साथ आगे बढ़ने की संभावना व्यक्त की गई है। हालांकि, इसी बीच राहत भरी खबर यह है कि आईएमएफ के मुताबिक 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में संभवत: 8.8 फीसद की जोरदार वृद्धि दर्ज की जाएगी। इसके साथ ही वह चीन को पछाड़ते हुए तेजी से बढ़ने वाली उभरती अर्थव्यवस्था का दर्जा फिर से प्राप्त कर लेगा। चीन के लिए 2021 में 8.2 फीसद की आर्थिक वृद्धि हासिल करने का अनुमान IMF ने लगाया है।
IMF ने अपनी ‘विश्व आर्थिक परिदृश्य’ पर जारी हालिया रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया है। आईएमएफ और विश्व बैंक की सालाना वार्षिक बैठक से पहले ये रिपोर्ट जारी की गई हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में 4.4 फीसद की गिरावट आ सकती है। वहीं, 2021 में इसके 5.2 फीसद की जोरदार वृद्धि हासिल करने की संभावना जतायी गयी है।
आईएमएफ की इस रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में अमेरिका की अर्थव्यवस्था में 5.8 फीसद के संकुचन का अनुमान लगाया गया है। वहीं अगले वर्ष अमेरिकी की इकोनॉमी में 3.9 फीसद के वृद्धि की संभावना जतायी गई है।
यहां यह दिलचस्प है कि वर्ष 2020 के दौरान दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में केवल चीन ही एकमात्र देश होगा, जिसमें 1.9 फीसद की वृद्धि हासिल की जा सकती है। IMF ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आर्थिक गतिविधियों के मामले में अनुमान में संशोधन भारत के मामले में बड़ा है, जहां सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में दूसरी तिमाही (अप्रैल- जून, भारत के वित्त वर्ष के मुताबिक पहली तिमाही) के दौरान अनुमान से कहीं ज्यादा बड़ा संकुचन दर्ज किया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है, ''इसके परिणामस्वरूप अर्थव्यवस्था में 2020 में 10.3 फीसद के संकुचन का अनुमान है जबकि 2021 में इसमें 8.8 फीसद वृद्धि के साथ बड़ा उछाल आयेगा।''