Twitter के CEO को संसदीय समिति फिर से भेजेगी समन, 25 फरवरी को पेशी के लिए बुलाने की तैयारी
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) पर गठित संसदीय समिति ने ट्टिटर के सीईओ जैक डोर्सी को 25 फरवरी को पेश होने के लिए बुलाया है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। संसदीय समिति, ट्विटर के सीईओ को फिर से समन जारी करने जा रही है। संसदीय समिति ने ट्विटर के सीईओ (चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर) समेत अन्य अधिकारियों को पिछली बैठक में बुलाया था, लेकिन उन्होंने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया था।
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) पर गठित संसदीय समिति ट्टिटर के सीईओ जैक डोर्सी को 25 फरवरी को पेश होने के बुलाएगी।
समिति के चेयरमैन और बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, 'हमने ट्विटर के सीईओ को बुलाया था लेकिन वह पेश नहीं हुए और जूनियर अधिकारियों को भेज दिया।' ठाकुर ने कहा कि संसदीय समिति ने इसे बेहद गंभीरता से लिया है और अगर डोर्सी दुबारा पेश नहीं होते हैं, तो इसे संसदीय विशेषाधिकारों का हनन समझा जाएगा।
ट्विटर के अधिकारियों और सूचना एवं प्रौद्योगिकी के अधिकारियों को सोशल मीडिया एवं ऑनलाइन न्यूज प्लेटफॉर्म्स पर नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा से जुड़े उपायों पर चर्चा करने के लिए बुलाया गया है।
ट्विटर की तरफ से इस मामले में अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है।
समिति ने एक फरवरी को ट्विटर को पत्र भेजकर समन किया था। पहले सात फरवरी को बैठक तय थी, लेकिन अब उसे 11 फरवरी को रखा गया ताकि ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी समेत कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को आने के लिए पर्याप्त समय मिल सके। इसके बाद
ट्विटर ने सुनवाई के लिए कम समय मिलने को कारण बताते हुए इन्कार किया था।
गौरतलब है कि यूथ फॉर सोशल मीडिया डेमोक्रेसी (वाईएसएमडी) ने ट्विटर पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए इस महीने की शुरुआत में नई दिल्ली स्थित इसके ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था।
31 जनवरी को अनुराग ठाकुर को सौंपे गए दस्तावेज में वाईएसएमडी ने कहा था, 'वामपंथी विचारधारा वाले उन खातों के प्रति कोई कार्रवाई नहीं होती है, जो लगातार आक्रामक, गाली गलौच से भरपूर और धमकी वाले पोस्ट करते हैं। जबकि यह ट्विटर के नियमों के खिलाफ होता है।'
ट्टिटर ने हालांकि, इन आरोपों का खंडन किया था।
यह भी पढ़ें: Twitter CEO और अधिकारियों ने संसदीय समिति के सामने पेशी से किया इनकार