भारत को ज्यादा निवेश आकर्षित करने के लिए और अधिक आर्थिक सुधारों की आवश्यकता है: IMF
बीते कुछ हफ्तों में दुनिया की कई कंपनियों ने भारत में 20 अरब डॉलर के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की घोषणा की है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। व्यापारिक माहौल को बेहतर करने और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए भारत ने जो प्रयास किये हैं, उनसे उसे निवेश कोआकर्षित करने में मदद मिली है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने गुरुवार को यह बात कही। साथ ही आईएमएफ ने कहा कि लंबे समय टिकने वाली समावेशी ग्रोथ के लिए भारत को और अधिक आर्थिक सुधार करने की आवश्यकता है। फेसबुक और गूगल जैसी दुनिया की दिग्गज कंपनियों द्वारा एफडीआई (FDI) के माध्यम से भारत में निवेश करने की हाल ही में की गई घोषणाओं के संबंध में सवाल पूछने पर आईएमएफ की मुख्य प्रवक्ता गैरी राइस ने अपनी टिप्पणी दी थी।
गौरतलब है कि बीते कुछ हफ्तों में दुनिया की कई कंपनियों ने भारत में 20 अरब डॉलर के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की घोषणा की है। इसके साथ ही इस साल अब तक भारत में आने वाला प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 40 अरब डॉलर के स्तर को छू चुका है। रिलांयस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की जियो प्लैटफॉर्म में ही गूगल, फेसबुक और सिल्वर लेक जैसी कई बड़ी कंपनियों से निवेश की घोषणा हो चुक है।
आईएमएफ प्रमुख राइस ने कहा, "भारत में पिछले कुछ सालों में कारोबार के माहौल को बेहतर बनाने और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिये लगातार कई कदम उठाए गए हैं। इन कदमों से व्यापार में निवेश को आकर्षित करने, सिस्टम में कमजोरियों को दूर करने और चालू खाते के वित्तपोषण की विविधता में सुधार करने में काफी मदद मिली है।"
उन्होंने आगे कहा, “भारत सरकार द्वारा किये गए मुख्य सुधार उपायों में नई आईबीसी व जीएसटी शामिल हैं। इनसे भारत में कारोबार करना आसान हुआ है। इसका ही परिणाम है कि भारत अब विश्वबैंक के कारोबार सुगमता सूचकांक में 63वें स्थान पर पहुंच गया है। भारत साल 2018 में इस सूचकांक में 100 वें स्थान पर था।’’